नई दिल्ली:-डॉक्टरों ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए फेस मास्क को पहनना तो अनिवार्य कर दिया है| लेकिन अब यह पर्यावरण के लिए खतरा भी बनता जा रहा है। दरअसल एक शोध में यह बात सामने आई है| कि डिस्पोजेबल मास्क प्रदूषण फैलाने का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है। शोध में बताया गया है कि जहां-तहां डिस्पोजेबल मास्क फेंकने से कूड़े में 9000 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। इतना ही नहीं यह संक्रमण फैलाने में भी अग्रसर है|