बस्ती(उत्तर प्रदेश):-उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एनएच(NH) 233 पर स्थित बेलगड़ा टोल प्लाजा पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां पर टोल एजेंसी और परियोजना अधिकारी मिलकर जनता से दोगुना पेनाल्टी वसूल रहे हैं लेकिन यह रकम सरकार के खाते में नहीं जा रही है। इसके बजाय, यह रकम एजेंसी और अधिकारियों के बीच बांटी जा रही है।
यह मामला सिर्फ बेलगड़ा टोल प्लाजा तक ही सीमित नहीं है बल्कि गोरखपुर पीआईयू के अंतर्गत कई अन्य टोल प्लाजा पर भी इसी तरह का घोटाला चल रहा है। यहां पर ओवरलोड वाहनों से भी अवैध वसूली की जा रही है जिससे रोजाना लाखों रुपये का लेन-देन होता है।
यह घोटाला सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के लिए एक बड़ा चुनौती है जो अपने काम और साफ छवि के लिए जाने जाते हैं। उनके अधिकारियों की इस तरह की गतिविधियों से उनकी छवि को भी धक्का लग सकता है।
इस मामले में शिकायतें की जा रही हैं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह सवाल उठता है कि क्या सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी और अपने अधिकारियों को दोषी पाए जाने पर सजा देगी ।
*मामले की जांच की मांग*
इस मामले में जांच की मांग की जा रही है ताकि दोषी अधिकारियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही सरकार को अपने अधिकारियों की निगरानी करनी चाहिए, ताकि वे इस तरह के घोटालों में शामिल न हों ।
*नागरिकों की भूमिका*
इस मामले में नागरिकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। उन्हें अपनी शिकायतों को उठाना चाहिए और सरकार से कार्रवाई की मांग करनी चाहिए। साथ ही वे अपने अधिकारों के बारे में जागरूक रहना चाहिए और इस तरह के घोटालों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।