आगरा (उत्तर प्रदेश):– आगरा की सरकारी स्कूल की शिक्षिका मालती वर्मा ने कथित रूप से एक धोखाधड़ी वाली कॉल के बाद अपनी जान खो दिया। फोन पर धोखाधड़ी की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं, जिनमें लोग आर्थिक नुकसान झेलते हैं। लेकिन शायद यह पहला मामला है जब ऐसी ही एक धोखाधड़ी ने एक महिला की जान ले ली। मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है, जहां 58 वर्षीय मालती वर्मा, जो कि एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका थीं, की एक फोन कॉल के बाद दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
घटना सोमवार की है, जब मालती वर्मा को एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉलर ने खुद को आगरा पुलिस अधिकारी बताया और उनके कॉलेज में पढ़ने वाली बेटी पर सेक्स रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया। कॉल करने वाले व्यक्ति की डीपी में पुलिस वर्दी पहने एक व्यक्ति की तस्वीर थी, जिसने यह दावा किया कि मालती की बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद उसने ₹1 लाख की मांग की ताकि मामला आगे न बढ़े और उनकी बेटी सुरक्षित घर आ सके।
बेटे को फोन
मालती वर्मा के बेटे, दीपांशु ने बताया कि कॉल दोपहर करीब 12 बजे आई थी। कॉलर ने कहा कि अगर वे पैसे नहीं जमा करते, तो उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। घबराई मालती ने तुरंत अपने बेटे को फोन किया और उसे पूरे मामले की जानकारी दी।
दीपांशु ने कहा, “मैंने माँ से कॉल करने वाले का नंबर मांगा और जब मैंने उसे चेक किया तो देखा कि वह +92 से शुरू हो रहा था। मैंने माँ को बताया कि यह एक धोखा है, लेकिन वह फिर भी बेहद परेशान थीं। मैंने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि मैंने अपनी बहन से बात की थी, जो कॉलेज में थी और पूरी तरह ठीक थी।”
स्वास्थ्य बिगड़ता गया और अंत में मौत
हालांकि दीपांशु की आश्वासन के बावजूद, मालती वर्मा की हालत बिगड़ने लगी। जब वह स्कूल से वापस आईं, तो उन्होंने परिवार को बताया कि वह कुछ असहज महसूस कर रही हैं और उन्हें सीने में दर्द हो रहा है। परिवार ने उन्हें पानी पिलाया, लेकिन उनकी तबीयत और खराब होती चली गई।
कुछ ही मिनटों के भीतर, मालती वर्मा की हालत गंभीर हो गई और आखिरकार दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से परिवार गहरे सदमे में है।
पुलिस ने की जांच शुरू
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस मयंक तिवारी ने बताया कि परिवार ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है और कॉल करने वाले नंबर की पड़ताल की जा रही है।“शिकायत के अनुसार, मालती वर्मा को एक फोन कॉल मिली थी, जिसमें कहा गया कि उनकी बेटी सेक्स रैकेट में फंसी है और उसे बचाने के लिए ₹1 लाख की मांग की गई थी। इससे वह काफी तनाव में आ गईं और उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद 15 मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई,” मयंक तिवारी ने बताया।
फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कॉल किसने और कहां से की थी, ताकि दोषियों को गिरफ्तार किया जा सके। मालती वर्मा का अंतिम संस्कार मंगलवार को कर दिया गया।