दिल्ली-एनसीआर(NCR):-दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। पराली जलाने से रोकने के लिए उड़नदस्ते तैनात किए गए हैं जो 30 नवंबर तक एक्टिव रहेंगे। यह कदम दिल्ली को गैस चैंबर में तब्दील होने से बचाने में मदद करेगा।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि और अनुकूल परिवहन-स्तरीय हवा की गति के कारण दिल्ली का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी 32 प्रतिशत हो गई है जो इस साल का सबसे उच्च स्तर है।
उड़नदस्ते की तैनाती से पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकेगी। इसके अलावा किसानों को पराली प्रबंधन के लिए वैकल्पिक तरीके अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
*पराली प्रबंधन के तरीके*
– पराली को खेत में ही दबा देना
– पराली को कम्पोस्ट बनाना
– पराली को बायोगैस प्लांट में उपयोग करना
इन तरीकों से पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण कम हो सकता है और दिल्ली-एनसीआर की हवा साफ हो सकती है।
*सरकार की पहल*
दिल्ली सरकार ने पराली प्रबंधन के लिए कई पहल की हैं:
– पराली जलाने वालों के खिलाफ जुर्माना
– किसानों को पराली प्रबंधन के लिए वित्तीय सहायता
– पराली प्रबंधन के लिए तकनीकी सहायता
इन पहलों से पराली जलाने की घटनाओं में कमी आएगी और दिल्ली-एनसीआर की हवा साफ होगी।