कोलकाता : दिग्गज अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन मित्र को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है जिसके बाद उन्होंने अपने परिवार और प्रशंसक के प्रति सम्मान व्यक्त किया है। मिथुन ने कहा “मैं यह पुरस्कार अपने परिवार और दुनिया भर के प्रशंसकों को समर्पित करता हूं। मेरे लिए यह यात्रा कभी आसान नहीं रही न ही यह थाली में धूमिल हो गई थी। हर दिन एक नया संघर्ष था।
मिथुन ने अपने जीवन और आस्था के रहस्यों को याद करते हुए बताया कि वह एक साधारण परिवार से आई थी और अपनी मेहनत और लगन से उसने यह हासिल किया है। उन्होंने कहा “मेरी यात्रा संघर्षों से भरी रही है, लेकिन मैं पैसे नहीं हारा। फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए मेरे लिए कड़ी मेहनत करना और मजबूत का मजबूत समर्थन हमेशा मेरे साथ रहना।
मिथुन ने यह भी कहा कि उनके प्रशंसक का प्यार और समर्थन उनके लिए एक बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने यह पुरस्कार सभी लोगों को समर्पित किया उनकी यात्रा में उनका साथ मांगा।
उन्होंने अपने संघर्षों की इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह उन्हें भविष्य में पुरस्कार देगा और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करेगा। मिथुन ने भारतीय सिनेमा में अपना योगदान गौरव शर्मा को दिया और इस सम्मान को बढ़ावा देते हुए खुद को गौरवान्वित महसूस किया।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है जिसे भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
मिथुन मित्र को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद इस सम्मान की एक बार फिर चर्चा हुई है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत में सिनेमा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है जिसकी शुरुआत 1969 में हुई थी। यह पुरस्कार भारत के सिनेमा के जाने माने दादा साहब फाल्के की स्मृति में स्थापित किया गया है। यह सम्मान हर साल उन लोगों को दिया जाता है जो भारतीय सिनेमा के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यह पुरस्कार किससे मिलता है?
यह पुरस्कार मुख्य रूप से कलाकारों, निर्देशकों, संगीतकारों और तकनीकी विशेषज्ञों को दिया जाता है, जो सिनेमा क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देते हैं। यह पुरस्कार केवल फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के लिए है और इसे प्राप्त करने वाले व्यक्ति को सिनेमा जगत में समय-समय पर दी गई सेवाओं का सम्मान दिया जाता है।
किन-किन लोगों को मिला है दादा साहब फाल्के पुरस्कार?
देविका क्वीन (1969): इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री।
राज कपूर (1987): भारतीय सिनेमा के शोमैन के रूप में प्रसिद्ध।
दिलीप कुमार (1994): भारतीय सिनेमा के ‘ट्रेजेडी किंग’।
लता मंगेशकर (1989): भारतीय सिनेमा के लिए अनगिनत यादगार गीत के महान कलाकार।
यश चोपड़ा (2001): प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक।
मनोज कुमार (2015): भारत के लिए देश की भावना जगाने वाले अभिनेता और निर्देशक।
अमिताभ बच्चन (2019): सदी के महानायक जिसमें उनका शानदार अभिनय शामिल है।
यह पुरस्कार महत्वपूर्ण क्यों है?
दादा साहब फाल्के पुरस्कार का महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि यह पुरस्कार सिनेमा में राष्ट्रीय स्तर पर दिए गए योगदान में शामिल है। इसके साथ ही यह पुरस्कार प्राप्तकर्ता भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर बना हुआ है।
मिथुन मित्र को यह अवॉर्ड उनके सिनेमा में योगदान और दशकों तक लोगों के मनोरंजन के लिए दिया जा रहा है।