नई दिल्ली:- सनातन धर्म में तीर्थ यात्राओं का अत्यधिक महत्व है। हमारे देश की एकता और अखण्डता का प्रकल्प है तीर्थ यात्राएं। तीर्थ दर्शन यात्रा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस तीर्थ यात्रा ने हमारे चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का काम किया है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का शुभारम्भ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि भारत के चारों दिशाओं को जोड़ने के लिये 1400 वर्ष पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना कर धार्मिक यात्राएं प्रारम्भ की थी।
जितना महत्व हमारे जीवन में माता-पिता के आशीर्वाद, पुत्री के कन्यादान और पुत्र से प्राप्त मुखाग्नि का है, उतना ही महत्व तीर्थ दर्शन का भी है। तीर्थ हमारे पापों का नाश करके मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हर गृहस्थ का सपना होता है कि वह अपनी आंखों से तीर्थों के दर्शन करें और परमेश्वर से मोक्ष की कामना करें। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर उज्जैन से काशी विश्वनाथ और अयोध्या तीर्थ यात्रा को रवाना किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे चार धाम और बारह तीर्थ हमारी सनातन परम्परा के संवाहक और संस्कृति के अजर-अमर प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार हमारे वृद्धजनों की आस्था को पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से उन्हें तीर्थ स्थलों की नि:शुल्क यात्रा करवा रही है।