लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 09 सितंबर 2024 से 12 सितंबर 2024 के बीच मौसम विभाग ने मध्यम से भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मेघ गर्जन और वज्रपात की भी संभावना जताई गई है। जिन क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना है, वहां सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
नदियों के समीप स्थित बाढ़ संभावित गांवों के लोगों को विशेष सतर्कता बरतने और नदी/घाटों के पास न जाने की सलाह दी गई है। बच्चों को भी नदी/घाटों से दूर रखा जाए।
वज्रपात से बचने के लिए खुले स्थानों पर न रहें, पक्के मकानों में शरण लें और तालाब या नदियों से दूर रहें। किसी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 112, 1070, और 1077 पर संपर्क करें। सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिक वर्षा होने की स्थिति में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि बाढ़, जलभराव, यातायात प्रभावित होना, फसलें बर्बाद होना, और बिजली कटौती। इन समस्याओं से निपटने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
1. **बाढ़ की तैयारी:** बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ऊँचे स्थानों पर शरण लेनी चाहिए। आवश्यक वस्तुओं और दवाओं का स्टॉक रखें।
2. **सुरक्षित आवागमन:** जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें। यदि संभव हो, तो यात्रा को टाल दें। वाहन चलाते समय सतर्क रहें और जलमग्न सड़कों पर जाने से बचें।
3. **बिजली और गैस की सुरक्षा:** घर में बिजली के उपकरणों और गैस के उपकरणों को सुरक्षित रखें। बिजली के तारों और खंभों से दूर रहें, विशेषकर अगर वे गिरे हुए हों।
4. **स्वास्थ्य और स्वच्छता:** पानी से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। गंदे पानी से बचें और हाथों की सफाई पर ध्यान दें।
5. **वज्रपात से सुरक्षा:** बारिश के दौरान खुले स्थानों में न जाएं। पक्के मकान में शरण लें और धातु के सामान को न छुएं।
6. **नदी और तालाबों से दूरी:** नदियों और तालाबों के आसपास न जाएं, विशेषकर जब वर्षा अधिक हो रही हो। बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें।