नई दिल्ली :- कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने जाति सूचक नामों वाले गांवों और मोहल्लों के नाम बदलने की मांग उठाई है। दोनों पार्टियों ने इस मुद्दे पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इन स्थानों के जातिसूचक नामों को बदलने के लिए तत्काल सर्वे कराने की अपील की है।
उल्लेख किया गया है कि राज्य के हजारों गांव, मजरे, टोले और शालाएं जाति सूचक शब्दों के साथ नामांकित की गई हैं, जिससे समाज में ऊंच-नीच का भाव उत्पन्न होता है। कांग्रेस और बसपा का कहना है कि ऐसे नाम सामाजिक असमानता को बढ़ावा देते हैं और इसलिए इनका बदलना जरूरी है। दोनों पार्टियों का मानना है कि नाम बदलने से समाज में समरसता और समानता को बढ़ावा मिलेगा।
इस मुद्दे को लेकर उठाए गए कदम सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माने जा रहे हैं। कांग्रेस और बसपा का यह भी कहना है कि नाम बदलने के लिए एक विस्तृत और व्यवस्थित सर्वे की आवश्यकता है ताकि जातिसूचक नामों की सूची तैयार की जा सके और उन्हें उचित रूप से बदला जा सके।