खून के कैंसर, जिसे हेमाटोलॉजिकल कैंसर भी कहा जाता है, में ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा जैसे विभिन्न प्रकार शामिल होते हैं। इन कैंसरों के शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य बीमारियों के समान हो सकते हैं, जिससे उनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
सामान्य थकान और बार-बार संक्रमण:
खून के कैंसर का पहला और सामान्य लक्षण अत्यधिक थकान है, जो बिना किसी स्पष्ट कारण के होती है और आराम करने पर भी ठीक नहीं होती। यदि आप लगातार थकावट महसूस कर रहे हैं, तो यह खून के कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, कैंसर शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे बार-बार संक्रमण, जैसे जुकाम और फ्लू, होने लगते हैं।
नीले निशान और सूजी हुई गांठें:
यदि आपके शरीर पर बिना किसी स्पष्ट कारण के नीले निशान (ब्रूज़) आ रहे हैं या आपकी नाक और मसूड़ों से खून बह रहा है, तो यह भी खून के कैंसर का संकेत हो सकता है। यह समस्या प्लेटलेट्स की कमी के कारण होती है। इसके अलावा, यदि आपकी गर्दन, बगल या जांघों में लिम्फ नोड्स सूज गए हैं, तो यह लिम्फोमा का लक्षण हो सकता है।
हड्डियों में दर्द और पीली त्वचा:
मायलोमा जैसे खून के कैंसर हड्डियों में दर्द का कारण बन सकते हैं, विशेष रूप से पीठ या पसलियों में। पीली त्वचा, सांस की कमी और चक्कर आना एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं, जो रेड ब्लड सेल्स की कमी के कारण होता है। यदि आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत जांच कराना आवश्यक है।