नई दिल्ली :- दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण से निपटने व कृत्रिम बारिश के लिए अनुमति तथा एजेंसियों के साथ आवश्यक बैठक बुलाने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से अनुरोध किया।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से अनुरोध किया है कि वे प्रदूषण से निपटने के लिए कृत्रिम बारिश (क्लाउड सीडिंग) की अनुमति दें और इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए आवश्यक एजेंसियों के साथ बैठक बुलाएं। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाने की मांग की गई है, ताकि शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार हो सके।
कृत्रिम बारिश, जिसे अंग्रेज़ी में “क्लाउड सीडिंग” कहा जाता है, एक तकनीक है जिसका उपयोग बादलों से वर्षा उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इसमें कुछ रसायनों, जैसे सिल्वर आयोडाइड, सोडियम क्लोराइड, या सूखी बर्फ (कार्बन डाइऑक्साइड) को हवाई जहाज़ या ड्रोन की मदद से बादलों में छिड़का जाता है। ये रसायन बादलों में संघनन के लिए नाभिक का काम करते हैं, जिससे जलवाष्प घनीभूत होकर बारिश के रूप में गिरता है।
कृत्रिम बारिश का उपयोग आमतौर पर सूखे की स्थिति में पानी की कमी को पूरा करने, कृषि में मदद करने, वायु प्रदूषण को कम करने, और जंगल की आग को बुझाने के लिए किया जाता है। हालांकि, इसके प्रभाव और दीर्घकालिक पर्यावरणीय परिणामों को लेकर वैज्ञानिक समुदाय में अभी भी बहस चल रही है।