ढाका (बांग्लादेश):- बांग्लादेश संकट के बीच ढाका में स्थित प्राचीन ढाकेश्वरी मंदिर की हिंदू, मुस्लिम और अन्य स्थानीय समुदाय के लोगों ने रक्षा की। ढाका स्थित सदियों पुराने इस मंदिर के आसपास कई मस्जिदें हैं। अक्सर यहां मंदिर में बजने वाली घंटियां और पास की मस्जिद में होने वाली अजान को साथ सुना जा सकता है। प्रमुख शक्तिपीठों में से एक श्री श्री ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर में मीडिया हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर में एक युवा विवाहित जोड़ा अपनी दो माह की बेटी के लिए आशीर्वाद लेने पहुंचा हुआ था, जबकि एक महिला मंदिर प्रांगण के एक कोने में गर्भगृह के सामने मोमबत्तियां जला प्रार्थना कर रही थी। देवी मां सभी मानवों की माता मुख्य पुजारियों में से एक अशिम मैत्रो (53) के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि कई धर्मों के लोग यहां प्रार्थना करने आते हैं और देवी मां सभी मानवों की माता हैं चाहे वे हिंदू, मुस्लिम, ईसाई या बौद्ध हों। वे यहां कृपा, समृद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति की लिए आते हैं।
करीब 15 वर्षों से मंदिर में सेवा कर रहे मैत्रो मां ढाकेश्वरी को धार्मिक एवं सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक मानते हैं। पुजारी के परिवार के कई सदस्य पश्चिम बंगाल में भी रहते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में सायंकाल आरती सात बजे होती है जबकि पास की मस्जिदों में इससे 30 मिनट पहले मगरिब की नमाज होती है। मुस्लिम, हिंदू और अन्य लोग देते रहे पहरा मैत्रो ने कहा कि पांच अगस्त को जब सरकार विरोधी प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच गया था और शेख हसीना को भारत भागना पड़ा था।