नई दिल्ली:- 27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत के खिलाफ छात्रों ने ओल्ड राजिंदर नगर में अपनी भूख हड़ताल जारी रखी है।सचिन शर्मा (अतिरिक्त डीसीपी-प्रथम, मध्य जिला) ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई तरह के गलत मैसेज चल रहे हैं और ये लोग उस पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। हम लोग कोशिश कर रहे हैं इनको सच्चाई पूरी तरह से पता हो और सरकार के तरफ से की जा रही कार्रवाई को भी इन्हें बताना जरूरी है। कल उपराज्यपाल ने बैठक भी ली जिसमें इनके तरफ से प्रतिनिधि गए हुए थे उपराज्यपाल ने इनकी बातें सुनीं और समाधान के लिए निर्देश दिए है। तो इन्हीं हम यही समझा रहे हैं।
ओल्ड राजिंदर नगर में प्रदर्शन करते एक छात्रा रोबन ने कहा कि आश्वासन – एक ऐसा शब्द है जो व्यक्ति को चक्कर में डाल देता है। इसका कोई अंत बिंदु नहीं है। जब मुखर्जी नगर में संस्कृति आईएएस में आग लगी थी तब भी आश्वासन दिया गया था। एक सप्ताह के बाद सभी कोचिंग संस्थान चालू हो गए थे। सिर्फ आश्वासन के आधार पर हमारा विरोध प्रदर्शन कमजोर हो जाए तो क्या फायदा? हमें आश्वासन नहीं चाहिए। हमारी मांगें पूरी हो और कार्रवाई चाहिए।
दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा-
ओल्ड राजेंद्र नगर में उनके कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से हुई 3 छात्रों की मौत की घटना और उसके बाद चल रहे विरोध प्रदर्शन पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि जो विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं ऐसे 3-4 बच्चों से मेरी आज बात हुई है। आज दिल्ली उपराज्यपाल ने बैठक बुलाई थी जिसमें मैं भी गया था। उस बैठक के दौरान कुछ बच्चों से मेरी बात हुई। अब मुझे लगता है कि सहजता है और आज या कल मैं बच्चों से मिलूंगा।
ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई घटना के संबंध में उपराज्यपाल के साथ बैठक पर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि ये मामला अभी दिल्ली के उपराज्यपाल देख रहे हैं। उस बैठक में दिल्ली सरकार का कोई मंत्री नहीं था। अधिकारी बहुत सारे थे। एक छोटी कमेटी बनाई गई है जिसमें मैं भी हूं। अगले कुछ दिनों में हम लोग बैठक करके इस समस्या का स्थाई समाधान निकालने की कोशिश करेंगे।