लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- कारगिल विजय दिवस रजत जयंती 2024 के उपलक्ष्य में 28 जुलाई 2028 को जलवायु विहार चरण 2, लखनऊ में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया था। इस कॉलोनी में ज्यादातर रक्षा कर्मी शामिल हैं जो व्यक्तिगत रूप से किसी न किसी तरह से कारगिल ऑपरेशन में शामिल रहे हैं। कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के अवसर पर कॉलोनी के सभी सदस्य और उनके परिवार के सदस्य कारगिल ऑपरेशन में सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए।
समारोह के एक भाग के रूप में सुबह सोसायटी के अध्यक्ष कर्नल शरद शुक्ला (सेवानिवृत्त) रजत जयंती के उपलक्ष्य में 25 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर निकले। सुबह 7 बजे सोसायटी के सभी सदस्य और परिवार एकत्र हुए और विशेष रूप से निर्मित स्मारक पर कारगिल युद्ध में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। कारगिल युद्ध के नायक कर्नल सुरिंदर दत्त (सेवानिवृत्त) ने सोसायटी के निवासी होने के नाते कारगिल ऑपरेशन के दौरान अपने अनुभव साझा किए। इसके बाद सभी सदस्यों ने कॉलोनी परिसर में शांति एवं सद्भावना मार्च निकाला। कार्यक्रम का समापन वृक्षारोपण अभियान के साथ किया गया।
जानिए क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस
इस दिन 25 साल पहले भारत ने पाकिस्तानी घुसपैठियों से खोई हुई ऊंची चौकियों को सफलतापूर्वक पुनः प्राप्त किया था जो कारगिल युद्ध में एक निर्णायक जीत थी । अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों के सम्मान में राष्ट्र हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाता है।