प्रयागराज :श्रीराम मंदिर आंदाेलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले व विश्व हिंदू परिषद से अलग होकर संगठित और सशक्त राष्ट्र के लिए कार्य कर रहे अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक व अध्यक्ष डा. प्रवीण तोगड़िया दो दिन के प्रयागराज प्रवास पर हैं। शनिवार को उन्होंने बंधवा वाले बड़े हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजन और दर्शन किया। इस दौरान उन्होंने श्रीबाघम्बरी पीठाधीश्वर महंत बलवीर गिरि से भी आशीर्वाद लिया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु पर भी शोक जताया। इसी दौरान वे राष्ट्रीय हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं से मिलने उनके घर गए। कार्यकर्ताओं से मिलकर उन्होंने हिंदू सभा कार्यकारिणी के प्रति उन्हें प्रेरित किया और अपना काम अच्छे से करने के निर्देश दिए।प्रयागराज आगमन पर प्रवीण तोगडि़या ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन रहा है, यह खुशी की बात है। देश में राम राज्य लाना अभी बाकी है। यह तभी संभव होगा जब एक करोड़ से अधिक बेघर हिंदुओं को घर मिलेगा। उनके जीवन स्तर को भी सुधारना होगा। बेरोजगारों को रोजगार दिलाना होगा। प्रत्येक किसान को उनकी फसल की कीमत भी दिलानी होगी।डा. तोगड़िया ने कहा कि श्रीराम मंदिर आंदोलन के चार स्तंभ थे। विहिप प्रमुख अशोक सिंहल, महंत अवैद्यनाथ, अयोध्या के राम चंद्र परमहंस और बाला साहब ठाकरे। इन सभी लोगों को भारत रत्न दिया जाना चाहिए। वह इसके लिए मुहिम शुरू कर रहे हैं। इनके त्याग और बलिदान के चलते मंदिर आंदोलन लक्ष्य तक पहुंच सका। समाज में त्याग और बलिदान की परंपरा को बनाए रखना चाहिए। उसे पूरा सम्मान मिलना चाहिए।