नई दिल्ली:- नीट पेपर लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई ने पेपर लीक मामले की जांच के दौरान सबसे पहले इस केस में सामने आए सभी किरदारों की भूमिका को खंगाला तो पता चला कि इन सभी की अपनी-अपनी भूमिका थी। सॉल्वर गैंग का हेड और पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अभी भी फरार है, इसके गिरफ्त में आने के बाद कई और राज खुल सकते हैं। नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर की उसके ही सहयोगी अवधेश ने पोल खोल दी है। पेपर लीक के साथ उसने पैसों को लेकर लेनदेन की बात को स्वीकार कर लिया है।
आईये जानते है कौन है अवधेश
अवधेश वह शख्स है जिस पर आरोप लगता रहा है कि उसने रांची में सिकंदर की काली कमाई को अलग-अलग जगहों पर निवेश किया है। झारखंड में सिकंदर ने अकूत संपत्ति बना रखी हैं। बिहार में जूनियर इंजीनियर होने से पहले सिकंदर रांची में ठेकेदारी करता था। तब से अवधेश सिकंदर का सहयोगी है।
दानापुर के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यदुवेंदु की मुलाकात नीतीश कुमार और अंकित आनंद नाम के दो सॉल्वर गैंग के मैंबर्स से हुई। नीतीश और अंकित दोनों सिकंदर के पास अपना एक पर्सनल काम लेकर जाते हैं। नीतीश और अंकित बातचीत में सिकंदर को बताते हैं कि वे किसी भी एग्जाम का पेपर लीक करा सकते हैं और इनकी अपनी व्यवस्था हैं।
ये रहा कबूलनामा
अवधेश रांची का रहने वाला है। अवधेश का बेटा अभिषेक जो नीट परीक्षा का अभ्यर्थी भी था दोनों जेल में हैं। अवधेश के कबूलनामे की कॉपी एबीपी न्यूज़ के पास है। अवधेश ने कबूलनामे में कहा, “सिकंदर से मेरी मुलाकात रांची में ठेकेदारी के क्रम में हुई थी। मैं उनकी मदद से छोटा मोटा काम कर रहा था। मेरा बेटा नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। सिकंदर ने बातचीत में मुझसे मेरे बेटे अभिषेक का हाल चाल पूछा। इसके बाद सिकंदर ने कहा कि नीट परीक्षा की तारीख आ गई है. तुम्हारे बेटे का इसमें हो जाएगा।
अवधेश ने कहा, “नीट परीक्षा पास कराने के लिए एसबीआई के मेन ब्रांच रांची का दो ब्लैंक चेक मैंने सिकंदर को दिया था। 40 लाख रुपये में डील हुई थी। नीट परीक्षा के उपरांत मुझे और मेरे बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मैं अपना अपराध स्वीकार करता हूं।” बता दें कि सिकंदर, अवधेश, अभिषेक नीट पेपर लीक मामले में जेल में हैं।
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