भोपाल (मध्य प्रदेश):- कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, “व्यापम घोटाले से लेकर NEET घोटाले तक लगभग 41 स्थानों पर राज्य व केंद्र सरकारों में शासकीय भर्ती के विषय पर जब भी परीक्षाएं हुई उनमें पेपर लीक की समस्याएं हुई हैं। दुख इस बात का है कि प्रधानमंत्री चुप हैं। यह भी बताया जा रहा है कि एक छात्र जिसे NEET में 720 अंक आए वह 12वीं में फेल हुआ है। मैं प्रधानमंत्री और धर्मेंद्र प्रधान से पूछना चाहता हूं कि प्रदीप कुमार जोशी UPSC के अध्यक्ष रहे, अब NTA के अध्यक्ष बनाए गए हैं, उन्हीं की अध्यक्षता में इतना बड़ा घोटाला हुआ है लेकिन जांच के आदेश भी वही दे रहे हैं और जांच भी वही करेंगे।”
उन्होंने कहा,” यदि जिसने जुर्म किया है उसे जांच सौंप दी जाए तो घोटाले कैसे कम होंगे? जिस दिन NEET परीक्षा हो रही थी बिहार, गुजरात में मामले दर्ज हुए, NTA कहती है कि कोई अनियमितता नहीं हुई है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। मैं इस मामले की तकनीकी फॉरेंसिक जांच की मांग करता हूं। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करूंगा कि पूरी NEET परीक्षा को रद्द करें और फिर से परीक्षा हो।”