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राज्य मंत्री और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार में जाने अंतर

नई दिल्ली:-  नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है। उन्होंने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में कुल 72 मंत्री शामिल हैं। पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में 30 कैबिनेट मंत्री, 36 राज्य मंत्री और 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार शामिल हैं।

राज्य मंत्री और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार में क्या अंतर होता है। 

प्रधानमंत्री के बाद कैबिनेट मंत्री का पद आता है और उसके बाद राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का नंबर आता है। तीसरे नंबर पर राज्य मंत्री आते हैं।

राज्य मंत्री कैबिनेट मंत्री का सहयोगी होता है। अहम बात ये है कि राज्य मंत्री मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं होता है। राज्य मंत्री कैबिनेट मंत्री के नेतृत्व में काम करते हैं और अगर कैबिनेट मंत्री अनुपस्थित होता है तो उसकी अनुपस्थिति में मंत्रालय का सारा काम देखते हैं। गौर करने वाली बात यह भी है कि राज्य मंत्री प्रधानमंत्री को नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री को ही रिपोर्ट करते हैं। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद राज्य मंत्री के पद से बड़ा होता है।

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