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पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं, उन्हें सम्मान दो, PoK मत मांगो- अमित शाह

नई दिल्ली:-  ANI को दिए एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता कहते हैं- ‘पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं, उन्हें सम्मान दो, PoK मत मांगो’। क्या 130 करोड़ आबादी की परमाणु शक्ति वाला भारत किसी से डरकर अपना अधिकार छोड़ देगा? राहुल बाबा को देश को समझाना चाहिए कि उनके गठबंधन के नेता क्या कह रहे हैं, पाकिस्तान का सम्मान करें? PoK छोड़ें?कभी नहीं”

स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरविंद केजरीवाल को अंतरिम ज़मानत दिए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मेरा मानना है कि यह कोई नियमित निर्णय नहीं है। इस देश में बहुत से लोग मानते हैं कि स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया है।”

गृह मंत्री अमित शाह से जब अरविंद केजरीवाल की रिहाई और INDIA गठबंधन के लिए प्रचार के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, “अभी वे(अरविंद केजरीवाल) दूसरे मामले(स्वाति मालीवाल पर हमला) में फंसे हैं, उन्हें इससे मुक्त होने दीजिए फिर देखते हैं क्या होता है।”

PoK भारत का हिस्सा है और इसपर हमारा अधिकार

केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा, ” PoK भारत का हिस्सा है और इसपर हमारा अधिकार है, इसको कोई झुठला नहीं सकता। फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेता आज कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। PoK की मांग न करिए। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा। राहुल गांधी को बताना चाहिए कि पाकिस्तान के सम्मान की बात करके उनकी पार्टी के लोग क्या कहना चाहते हैं?

ये दोनों मामले अदालत के समक्ष हैं

काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “ये दोनों मामले अदालत के समक्ष हैं। कोर्ट ने भी इसका संज्ञान लिया है। इस पर मेरा कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। कोर्ट के फैसले के बाद ही हमने राम मंदिर बनाने का फैसला किया।”

लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से इसे छिपाना सही नहीं

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड (केरल) और राबरेली (उत्तर प्रदेश) से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है लेकिन राहुल गांधी को चुनाव से पहले कहना चाहिए था कि वे 2 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से इसे छिपाना सही नहीं है। उन्हें वायनाड के लोगों को इसके बारे में बताना चाहिए था। जब आप चुनाव के बाद के सर्वेक्षण में खतरा देखते हैं और फिर आप रायबरली आते हैं, मुझे लगता है यह सही नहीं है।

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