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सूरन या जिमीकंद उगाने के लिए क्या है जरुरी

सूरन जिसे जिमीकन्द भी कहा जाता है को रोपण के लिए बीज की बुवाई एवं दूरी / सूरन (Elephant Foot Yam) रोपण के लिए 500 ग्रा. से 1 कि.ग्रा. तक के पूर्ण या कटे हुए कंदों के टुकड़े उपयुक्त होते हैं।

जहां तक संभव हो, व्यावसायिक स्तर पर खेती के लिए छोटे आकार के पूर्ण कंदों को ही प्रयोग करें। गाय के गोबर के गाढ़े घोल में मैंकोजेब (0.2 प्रतिशत) तथा रोगर (0.02 प्रतिशत) मिलाकर कटे हुए कंदों के टुकड़ों का उसमें डुबाकर उपचारित कर लें।

 

गोबर के घोल से निकालने के बाद कंदों को उलट पुलट कर 4-6 घंटे सुखाने के बाद ही रोपण क्रिया प्रारंभ करें। रोपते समय कंदों को मिट्टी सतह से 4-6 इंच की गहराई में लगाते हैं। रोपण के बाद धान के पुवाल या पत्तों आदि से गड्ढों का ढक दें। पत्तियां खुलते समय खरपतवार साफ कर रासायनिक खाद देकर मिट्टी चढ़ाना बहुत आवश्यक है। जिमीकन्द के रोपण के लिये कन्द से कन्द की दूरी एवं लाइन से लाइन की दूरी कन्द बीज के आकार/वजन पर निर्भर करती है।

200-400 ग्राम 50X50 सें.मी.

500-600 ग्राम 90X60 सें.मी.

800-1000 ग्राम 90X90 सें.मी.

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