नई दिल्ली:– 1 मार्च से 31 मार्च 2024 के बीच व्हाट्सएप ने भारत में लगभग 80 लाख से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगाया है। व्हाट्सएप का कहना है कि उसने 1,430,000 अकाउंट्स पर उपयोगकर्ताओं की ओर से किसी भी रिपोर्ट से पहले ही सक्रिय रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था। ये रिपोर्ट सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के तहत प्रकाशित की गई थी।
मेटा के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप ने कहा कि उसे समय सीमा के दौरान 12,782 शिकायत अनुरोध प्राप्त हुए। इनमें से अधिकांश, लगभग 6,661, खाता प्रतिबंध के लिए अपीलें थीं। कंपनी ने कहा कि उसे 1 मार्च, 2024 से 31 मार्च, 2024 तक शिकायत अपीलीय समिति (जीएसी) से 5 रिपोर्टें मिलीं। जीएसी की स्थापना भारत सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नागरिकों की चिंताओं को दूर करने के लिए की गई है। व्हाट्सएप ने कहा कि उसने इन सभी पांचों का अनुपालन किया है।
व्हाट्सएप ने ये भी बताया कि वह स्पैम अकाउंट्स का पता लगाकर उन्हें तीन चरणों में प्रतिबंधित करता है। व्हाट्सएप ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि प्लेटफॉर्म पर स्पैम अकाउंट्स का पता तीन चरणों में लगाया जाता है। ये पंजीकरण के समय, मैसेजिंग के दौरान, और प्लेटफ़ॉर्म को उपयोगकर्ता रिपोर्ट और ब्लॉक के रूप में प्राप्त होने वाली नकारात्मक प्रतिक्रिया के जवाब में हैं। मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी ने कहा कि इन रिपोर्टों का मूल्यांकन विश्लेषकों की एक टीम द्वारा किया जाता है।
शिकायत चैनल के माध्यम से उपयोगकर्ता की शिकायतों का जवाब देने और कार्रवाई करने के अलावा, व्हाट्सएप ने कहा कि वह प्लेटफॉर्म पर गलत गतिविधियों का निगरानी के लिए टूल्स की मदद भी लेता है। व्हाट्सएप ने साफ किया है कि हम विशेष रूप से रोकथाम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि नुकसान होने के बाद इसका पता लगाने की तुलना में हानिकारक गतिविधि को शुरू में ही रोकना बेहतर है।
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