नई दिल्ली:- दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे पर अरविंदर सिंह लवली ने कहा, “मेरी मंशा बस यह थी कि मैं अपना 100% नहीं दे पा रहा हूं और उसके पीछे यह कारण हैं। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। अब जिस तरह मेरे खिलाफ बयानबाजी हो रही है, प्रभारी, AAP पार्टी के लोग बयान दे रहे हैं, मैं तो कार्यकर्ता रहना चाहता हूं अगर ये लोग रहने दें।
पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) की गरिमा बनाए रखने की जरूरत है। उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा से पहले कम से कम अनौपचारिक तौर पर तो पीसीसी को सूचित किया जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मैं ऐसे हालात में पीसीसी अध्यक्ष के रूप में काम करने में असमर्थ हूं, लेकिन अगर वे मुझे अनुमति देंगे तो मैं कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम करने के लिए तैयार हूं। अगर वे मुझे नहीं चाहते तो यह अलग बात है।
नामांकन शुरू होने से ठीक एक दिन पहले दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले शीला दीक्षित सरकार में कद्दावर मंत्री रहे राजकुमार चौहान ने भी इस्तीफा दिया था।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “उन्होंने कल साफ-साफ वजह बताई है कि निर्णय थोपे गए हैं और ऐसे लोगों को कांग्रेस ने टिकट दिया जो देश के टुकड़े करने की बात करते हैं। मुझे लगता है कि अरविंदर सिंह लवली ने अपनी आत्मा की आवाज़ सुनी है।”