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गुकेश का इंटरव्यू: बोले- सातवें दौर में हार से ऊर्जा और प्रेरणा मिली, विश्व चैंपियनशिप मैच को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली:-  भारत के 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज 2024 टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 14वें और आखिरी दौर में अमेरिका के हिकारू नाकामुरा से ड्रॉ खेलकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीता और विश्व चैंपियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बने। वह इस साल के आखिर में विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन से खेलेंगे।

चेन्नई के 17 वर्ष के गुकेश के पिता ईएनटी सर्जन और मां माइक्रो बायोलॉजिस्ट हैं। जैसा हम सभी जानते हैं कि ज्यादातर एथलीट्स के लिए जीत ही सबसे बड़ी प्रेरणा होती है, लेकिन इतिहास रचने वाले भारत के युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश उनमें से नहीं हैं। उनका कहना है कि सातवें दौर में फिरोजा अलीरजा से हारने के बाद उन्हें सबसे युवा कैंडिडेट्स शतरंज चैंपियन बनने की ऊर्जा और जीत की प्रेरणा मिली।

गुकेश ने इंटरव्यू में कहा- मैं शुरू ही से अच्छा महसूस कर रहा था, लेकिन सातवें दौर में अलीरजा से हारने के बाद मैं निराश था। अगले दिन मुझे आराम करना था और मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा था। इस तरह की हार से मुझे ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है। हार के बाद मुझे लगा कि अगर मैं आगे अच्छा खेलता हूं और सही मानसिकता के साथ खेलता हूं तो टूर्नामेंट जीत सकता हूं।

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