श्रीनगर (जम्मू कश्मीर):- पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) को हटाने पर विचार करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के बयान का स्वागत किया। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि भाजपा के दो करोड़ नौकरियां प्रदान करने के वादे की तरह “जुमेलबाजी” नहीं होगी।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ” जहां तक AFSPA का सवाल है या फिर नागरिकों को बाहर निकालने की बात है, यह मांगे जम्मू-कश्मीर के लोगों की शुरूआत से रही हैं और PDP ने हमेशा इसकी वकालत की है। भाजपा के साथ गंठबंधन के बाद हमारी प्रथामिकता रही थी कि जम्मू-कश्मीर के हालात ठीक होने के बाद AFSPA को खत्म करना और सुरक्षा बलों को भी नागरिक क्षेत्र से बाहर निकालना चाहिए, अब गृह मंत्री की ओर से यह बात कही जा रही है तो हम कहेंगे कि देर आए दुरुस्त आए। लेकिन यह बात इन्होंने चुनाव के समय की है, तो क्या यह होना तय है या फिर यह जुमला है? पहले कदम के रूप में, केंद्र सरकार जेल में बंद पत्रकारों और कश्मीरियों को “बिना किसी आरोप” के रिहा कर सकती है।”