लखनऊ उत्तर प्रदेश:–लखनऊ BSP अध्यक्ष मायावती की प्रेस कॉन्फ्रेंस आरक्षण का लाभ वंचितों को नहीं मिल रहा-। मायावती संविधान दिवस पर बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार में लखनऊ में कहा कि देश में आज संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी सरकारों को संविधान दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दलित और आदिवासी समाज आज भी वंचित है। इसलिए, बसपा ने संविधान दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। ज्यादातर विभागों में आरक्षण का कोटा अधूरा है।मायावती ने कहा निजी सेक्टर में आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं। मायावतीSC-ST का आरक्षण कोटा अधूरा है। मायावती ऐसी पार्टियों से लोग सावधान रहें।मायावती ने कहा देश में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं- मायावती दलितों को सावधान रहने की जरुरत है।मायावती ने कहा किसानों की अन्य मांगों को भी सरकार माने मायावती ने संविधान दिवस पर बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार लखनऊ में कहा कि देश में आज संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी सरकारों को संविधान दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दलित और आदिवासी समाज आज भी वंचित है। इसलिए, बसपा ने संविधान दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।उन्होंने कहा कि SC/ST व OBC वर्गों का ज्यादातर विभागों में आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है। इनके लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गई है। केंद्र और राज्य सरकारें कानून बनाने के लिए तैयार नहीं है। बसपा प्रमुख ने कहा कि आज किसान आंदोलन का भी एक साल पूरा हो गया है। केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को तो वापस लिया है, जो उचित है। अब अन्य मांगों को भी मान लेना चाहिए।मायावती ने कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने संविधान में देश के कमजोर और उपेक्षित वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है। खास तौर पर शिक्षा और सरकारी नौकरियों के क्षेत्र में। हालांकि, उसका पूरा लाभ इन वर्गों के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर हमारी पार्टी बहुत ज्यादा दुखी है।मायावती बोलीं-BJP संविधान दिवस मनाने की अधिकारी नहीं:लखनऊ में कहा-निजी क्षेत्र में लागू हो आरक्षण, कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी बसपालखनऊ2 घंटे पहलेमायावती ने लखनऊ में भाजपा-सपा पर हमला किया।संविधान दिवस पर बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार में लखनऊ में कहा कि देश में आज संविधान का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी सरकारों को संविधान दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दलित और आदिवासी समाज आज भी वंचित है। इसलिए, बसपा ने संविधान दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गईउन्होंने कहा कि SC/ST व OBC वर्गों का ज्यादातर विभागों में आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है। इनके लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की गई है। केंद्र और राज्य सरकारें कानून बनाने के लिए तैयार नहीं है। बसपा प्रमुख ने कहा कि आज किसान आंदोलन का भी एक साल पूरा हो गया है। केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को तो वापस लिया है, जो उचित है। अब अन्य मांगों को भी मान लेना चाहिए।कमजोर वर्ग को नहीं मिल रहा आरक्षण का लाभमायावती ने कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने संविधान में देश के कमजोर और उपेक्षित वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है। खास तौर पर शिक्षा और सरकारी नौकरियों के क्षेत्र में। हालांकि, उसका पूरा लाभ इन वर्गों के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर हमारी पार्टी बहुत ज्यादा दुखी है।मायावती ने और क्या कहामायावती ने कहा कि संविधान में देश के कमजोर और उपेक्षित वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया है – Dainik Bhaskarमायावती ने कहा कि संविधान में देश के कमजोर और उपेक्षित वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया हैसपा जैसी पार्टियों से जरूर सावधान रहना चाहिए, जिसने एससी और एसटी से संबंधित बिल को सांसद में फाड़ दिया था।गरीब वर्गों के लोगों का आज भी अपने हक के लिए सड़कों पर धरना प्रदर्शन जारी है।केंद्र और राज्य सरकारें प्राइवेट सेक्टरों में आरक्षण के मामले को लेकर तैयार नहीं है।क्या केंद्र और राज्य सरकारें संविधान का पालन कर रही है? ऐसी सरकारों को आज इस मौके पर इन वर्गों के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।देश में आए दिन गरीबी और महंगाई बढ़ रही है, इससे मध्यम वर्ग के लोग बहुत ज्यादा दुखी हैं।केंद्र व राज्य सरकार इस बात की गहन समीक्षा करें कि क्या सरकार भारतीय संविधान का पूरी ईमानदारी से पालन कर रही?बहुजन समाज पार्टी ने केंद्र व राज्य सरकार की इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है।