मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल):- पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “वे (TMC) दुविधा में हैं। पार्टी सुप्रीमो (ममता बनर्जी) की ओर से आधिकारिक तौर पर हां या ना होनी चाहिए। वे आधिकारिक तौर पर यह नहीं कह रहे हैं कि गठबंधन बनाने की प्रक्रिया ख़त्म हो गई है। क्योंकि वे दुविधा में हैं। पहली दुविधा, पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि अगर वे INDIA गठबंधन के बिना अकेले चुनाव लड़ते हैं, तो पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक उनके खिलाफ मतदान करेंगे। टीएमसी का एक वर्ग चाहता है कि गठबंधन जारी रहे। एक और वर्ग इस दुविधा में है कि अगर गठबंधन को बंगाल में ज्यादा महत्व दिया गया तो मोदी सरकार उनके खिलाफ ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल करेगी। इन दोनों दुविधाओं के कारण टीएमसी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं ले पा रही है। हो सकता है कि दिल्ली में कुछ बातचीत हुई हो, लेकिन मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।”
अधीर रंजन चौधरी की नाराजगी ममता सरकार से नई नहीं है। वे पश्चिम बंगाल की हर दूसरी समस्या पर ममता बनर्जी को घेरते रहे हैं। ऐसे में क्या टीएमसी और कांग्रेस के बीच सीट समझौता हो जाता है तो वे पार्टी छोड़ देंगे? कांग्रेस के सूत्रों की इस पर मुख्तलिफ राय है। कुछ सूत्र नाराजगी की बात स्वीकार रहे हैं जबकि कुछ का कहना है कि आलाकमान उनको मना लेगा।