हरियाणा (चंडीगढ़):- चंडीगढ़ के मेयर मनोज सोनकर ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले इस्तीफा दिया, इसकी पुष्टि पंजाब बीजेपी अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा ने की। वहीं आम आदमी पार्टी को भी जोरदार झटका लगा है। उसके तीन पार्षद पार्षद नेहा मुसावत, पूनम और गुरचरण जीत सिंह काला भाजपा में शामिल हो गए हैं। तीनों पार्षदों का भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के साथ पार्टी के पटके पहनाकर भाजपा में स्वागत किया।
मेयर के इस्तीफा देने और आप पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से अब नये समीकरण बनेंगे। चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दूसरी बार सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर शहर की राजनीति में बड़े स्तर पर हलचल हो सकती है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर मेयर चुनाव को सुप्रीम कोर्ट अवैध घोषित कर दोबारा चुनाव करवाने का आदेश देती है तो आप के तीन पार्षदों में से एक महिला पार्षद को भाजपा मेयर पद का उम्मीदवार बना सकती है। अरुण सूद ने कहा ,”भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है और मेयर भाजपा का ही रहेगा और चंडीगढ़ भाजपा लोक भलाई की नीतियों के चलते भाजपा का कारवां बढ़ता रहेगा।”
आप के तीन पार्षदों के भाजपा में आने के बाद नगर निगम में पूरी तरह समीकरण बदल गए हैं। एक सांसद को मिलाकर पहले से ही भाजपा के पास 15 वोट हैं। तीन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से यह आंकड़ा 18 हो गया है। एक अकाली दल का मिला कर ये संख्या 19 हो जाएगी। इस प्रकार यदि सुप्रीम कोर्ट से मेयर चुनाव दोबारा करवाने को लेकर फैसला आता है तो भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ अपना मेयर बना लेगी।