लखनऊ (उत्तर प्रदेश):-कल देर रात हुई कॉन्फ्रेंस बैठक में कैबिनेट सरकुलेशन में नगर विकास विभाग के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गयी हैं |इसके अलावा बाई सरकुलेशन में इस निर्णय को भी अनुमोदित किया गया है | जिसमें 4 नवम्बर को अधिसूचना जारी कर पेट्रोल पर 14 रुपए 85 पैसे डीज़ल 14 रुपए 41 पैसे प्रति लीटर की कमी की गयी थी |अगले फ़ैसले में वाराणसी में बुद्ध मंदिर और गेस्ट हाऊस बनाने के लिए 2 एकड़ भूमि टायल गर्वमेंट आफ भूटान को दी जाएगी |ये भूमि लीज़ पर दी जाएगी बौध मंदिर भूटान सरकार खुद बनवाएगी |इस फैसले के बाद गोरखपुर में लाइट मेट्रो चलाने का रास्ता भी साफ हो गया है| बड़ी बात यह है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, मेरठ और प्रयागराज में लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी की जा रही है |इस साल की शुरुआत में तीनों जिलों में लाइट मेट्रो चलाने के लिए डीपीआर तैयार करके केंद्र सरकार को भेजने की खबरें आई थी |लाइट रेल ट्रांजिट परियोजना को देखें तो इसे चलाने के कई गाइडलाइंस होती है | इसे चलाने के लिए शहर का महानगर होना पहली प्राथमिकता है|दस लाख की आबादी वाले शहरों को ही महानगर का दर्जा मिलता है | इसे फॉलो नहीं किया जाए तो केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक मदद नहीं मिलती है| योगी कैबिनेट ने गोरखपुर नगर निगम,पिपराइच नगर पंचायत और उससे सटे चार विकास खंडों को मिलाकर महानगर का प्रस्ताव पास किया है |नगर विकास विभाग के कैबिनेट सरकार द्वारााा मदद दी गई|लाइट मेट्रो सड़क के पैरेलल जमीन पर होती है| इसका स्टेशन बस स्टैंड की तरह तैयार होता है| लाइट मेट्रो में तीन या चार कोच होते हैं| एक कोच में सौ यात्री सफर करते हैं| यह सड़क पर ही चलती है| जहां पर जगह ना हो तो उस जगह एलिवेटड रूट तैयार किया जाता है| इसके स्टेशन भी छोटे होते हैं| कम आबादी या छोटे शहरों में कम्युटर की सहूलियत के लिए केंद्र सरकार ने लाइट मेट्रो प्रोजेक्ट तैयार की है|