नई दिल्ली:- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “पूरा बॉर्डर सील कर दिया गया है जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो हरियाणा-पंजाब, दिल्ली से सटे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे दिल्ली के पड़ोसी जिलों में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं वो भी तब जब बोर्ड पेपर सर पर हैं। दिल्ली के चारो तरफ के जिलो में मौखिक हिदायत दी गई है कि किसी किसान के ट्रैक्टर में 10 लीटर से ज्यादा डीज़ल ना डाला जाएगा। चौतरफा जुल्म का आलम है। अन्नदाता किसानों की हुंकार से डरी हुई मोदी सरकार एक बार फिर 100 साल पहले अंग्रेज़ों द्वारा दमनकारी 1917 के बिहार के चंपारण किसान आंदोलन खेड़ा आंदोलन की याद दिला रही है।”
जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा। किसानों की आवाज को दबाने के लिए BJP सरकार ने देश की राजधानी दिल्ली को ‘पुलिस छावनी’ में तब्दील कर दिया है, जैसे किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, “किसान ही आर्थिक गतिविधि को पैदा करते हैं। किराने की दुकान तब चलती है जब किसान की जेब में पैसा होता है। किसानों के साथ लगातार ये अन्याय होता रहा है। सबसे न्यूनतम मांग तो MSP की होनी चाहिए। कम से कम उन्हें सही भाव तो मिले। ये बहुत आवश्यक है।”