कोलकाता (पश्चिम बंगाल):- पश्चिम बंगाल की महिला कारागार मे बंदी महिलाये लगातार प्रेग्नेंट हो रही हैं लम्बे समय से सजा काट रही महिलाओ के 196 बच्चो की किलकारिया जेल की चाहदीवारी मे गूँज रही हैं इन मामलो के सामने आने के बाद अब महिला जेल परिसर मे पुरुष कर्मियों का प्रवेश प्रतिबंध किया जा रहा हैं एमीकस क्यूरी ने कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस TS शिवगणनम के समक्ष यह बात रखी हालांकि ममता सरकार ने इन दावो को ख़ारिज किया सरकार की तरफ से कहा गया की 6 साल तक के बच्चो को मां के साथ जेल मे रखने की इज़ाजत हैं।
तापस कुमार ने 25 जनवरी को दिए एक नोट में यह सुझाव भी दिए थे कि सभी जिला जज अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सुधार गृहों में विजिट करें, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सुधार गृहों में रहने के दौरान कितनी महिला कैदी गर्भवती हुई हैं।
उन्होंने महिला कैदियों का यौन शोषण रोकने के लिए उन्हें सुधार गृह भेजने से पहले उनका गर्भावस्था परीक्षण कराने की भी सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि इसकी शुरुआत पश्चिम बंगाल के सभी पुलिस स्टेशनों से की जा सकती है। इसके लिए कोर्ट द्वारा जरूरी आदेश दिए जा सकते हैं।
जेलों में 19 हजार 556 पुरुष और 1 हजार 920 महिलाएं कैद
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2023 में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल की जेलों में उनकी क्षमता से 1.3 गुना अधिक कैदी हैं। भारत में जेल सांख्यिकी-2022 की रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल की जेलों में 19 हजार 556 पुरुष और 1 हजार 920 महिलाएं कैद हैं।