प्रयागराज (यूपी): मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं ने संगम तट पर पूजा की और स्नान किया। इसी दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। दिनभर स्नान का क्रम चलेगा। देश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु दो दिन पहले से मेला क्षेत्र पहुंच रहे हैं। मेला प्रशासन ने गुरुवार को ही 58 लाख लोगों के स्नान करने का दावा किया है। मेला प्रशासन का अनुमान है कि नौ फरवरी को लगभग दो करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे।
माघ मेले का सबसे बड़ा स्नान पर्व, मौनी अमावस्या। जैसी इसकी पौराणिक प्रसिद्धि वैसी ही आज तस्वीर। इस महास्नान पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाने लाखों श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। स्थिति यह रही कि रात बजे से भोर में ब्रम्ह मुहूर्त तक मेला क्षेत्र के सभी रास्तों से लेकर संगम नोज तक इतना बड़ा जनसमूह पहुंच गया कि पुलिस, प्रशासन की व्यवस्था ही बिगड़ने लगी। संगम नोज की स्थिति को देखते हुए लोगों को मोरी से पांटून पुल के रास्ते सेक्टर पांच कल्पवासी क्षेत्र में घुमा दिया गया। सुबह सात बजे तक करीब 25 लाख लोगों के संगम स्नान कर लेने का अनुमान लगाया गया है।