सोनभद्र से विवेक मिश्रा की स्पेशल रिपोर्ट
सोनभद्र (उत्तर प्रदेश):- डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सोनभद्र के कार्यालय पर स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की स्मृति में मंगलवार को सुबह दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (बापू) की पुण्यतिथि शहीद दिवस के रूप में मनाई गई । वक्ताओं ने गांधीजी के मार्ग का अनुसरण करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
डीबीए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ अतुल प्रताप पटेल एडवोकेट ने कहा कि महात्मा गांधी की 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गांधी जी के इस बलिदान की याद में हर साल 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज उनके उन आदर्शों को भी याद करने का दिन है जिसकी बदौलत उन्होंने बिना हथियार उठाए अंग्रेजों को भारत से बाहर खदेड़ दिया था।
उनके विचार ही उनकी आक्रमण और ढाल दोनों थे। डीबीए के पूर्व उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह एड ने कहा कि महात्मा गाँधी उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे जिन्होंने क्रूर ब्रिटिश सत्ता से आजादी दिलवाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था और इस लड़ाई में अहिंसा को अपना एक बड़ा हथियार बनाया था।
महात्मा गांधी की इसी कुर्बानी की स्मृति और सम्मान में 30 जनवरी के दिन को शहीद दिवस के रूप में घोषित किया गया। यह दिन उनके योगदानों को याद करने का दिन है। अन्य वक्ताओं ने गांधीजी के मार्ग का अनुसरण करने की प्रतिबद्धता दोहराई ।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में ओमप्रकाश पाठक एड, रमेश देव पांडेय एडवोकेट, राजबहादुर सिंह एड, राजबली चौबे एड , प्रदीप कुशवाहा एड , अशोक कनौजिया एड, द्वारिका नाथ नागर एड, रमेश चौबे एड, सुरेंद्र चौरसिया एड, विजय प्रकाश चौबे एड आदि शामिल रहे।