लखनऊ( उत्तर प्रदेश):-दंत संकाय में 30 पदों पर हुई थी परीक्षा| केजीएमयू में दो साल पहले वॉट्सऐप पर लीक हुए पेपर के मामले में तीन डॉक्टर दोषी पाए गए हैं। तत्कालीन मंडलायुक्त मुकेश कुमार मेश्राम ने शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब शासन की ओर से केजीएमयू को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। जिन तीन लोगों को दोषी माना गया है, उनमें डेंटल के तत्कालीन डीन प्रो. शादाब मोहम्मद, डॉ. दीक्षा सिंह और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके सिंह का नाम है। शासन ने पत्र जारी कर कार्रवाई के लिए कहा |21 जुलाई 2019 को परीक्षा कराई गई |महिला डॉक्टर समेत 3 डॉक्टरों पर कार्यवाही के दिए गए आदेश।