नवरात्रि के व्रत में केवल सात्विक यानि सादा भोजन ही किया जाता है। व्रत के दौरान कुट्टू के आटे का सेवन किया जा सकता है। ऐसे में नवरात्रि के दौरान कुट्टू के आटे से कई तरह के व्यंजन बनाए जा सकते हैं। व्रत के दौरान कुट्टू के आटे की पूड़ी आसानी से बनाई जा सकती है। तो आईए जानते हैं घर पर कैसे बनाएं व्रत का भोजन
कुट्टू के आटे की पूरी बनाने की विधि
सबसे पहले कुट्टू का आटा लें, फिर उसमें पानी, सेंधा नमक और उबले और मसले हुए आलू मिलाकर गूंथ लें. ध्यान रहें आटा सख्त गुंथा हुआ हो। अब आटे की छोटी-छोटी गोल लोइयां बना लें और हर लोई को पतला बेल लें और उसे घी या तेल में सुनहरा भूरा होने तक तल लें।
आखिर में पूरी को आलू की सब्जी और दही के साथ गर्मागर्म परोसें।
साबूदाना की खिचड़ी बनाने की विधि
व्रत के दौरान ज्यादातर लोग साबूदाना खाना पसंद करते हैं। इसमें स्टार्च की मात्रा होती है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। हल्के मसालों में तैयार साबूदाना या साबूदाना नवरात्रि के दौरान खाया जाता है। नवरात्रि के दौरान साबूदाना खिचड़ी बड़े चाव से खाई जाती है।
इसे बनाने के लिए साबूदाना, मूंगफली, करी पत्ता, सेंधा नमक, साबुत लाल मिर्च, हरी मिर्च की जरूरत होती है। साबूदाना की खिचड़ी बनाने के लिए इसे कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोना पड़ता है। इसका पानी सूखने के बाद इसमें ये सभी चीजें डालकर तड़का लगाया जाता है। अंत में नींबू का रस मिलाया जाता है जिससे इसका स्वाद थोड़ा अलग हो जाता है।
इसको बनाने का तरीका
सबसे पहले साबूदाना को 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें और जब साबूदाना फूल जाए तो इसे पानी से अलग कर लें।
अब मूंगफली के दानों को भूनकर दरदरा पीस लें।
अब गरम तेल में हरी मिर्च और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर अच्छे से भून लें और फिर इसमें छोटे-छोटे टुकड़ों में कटे हुए आलू डालकर पकाएं।
आखिर में खिचड़ी में सेंधा नमक, साबूदाना और मूंगफली डालें, फिर हरा धनिया और नींबू का रस डालें और परोसें।