IBM के साथ भारत का बड़ा करार :- अमेरिका की दिग्गज टेक्नोलॉजी (Technology) कंपनी IBM ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Information and Technology Ministry) के साथ सेमीकंडक्टर, एआई (Artificial Intelligence) और क्वांटम कंम्प्यूटिंग (Quantum Computing) के क्षेत्र में अहम समझौते किए हैं।
- IBM और आईटी मंत्रालय में क्या हुआ करार?
- AI, सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंम्प्यूटिंग को कैसे मिलेगा बढ़ावा?
- भारतीयों के लिए कितना कारगर होगा ये करार?
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि निश्चित ही आज का बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि 3 टेक्नोलॉजी भविष्य की तकनीक का आकार तय करेंगी। सेमीकंडक्टर, एआई और क्वांटम कंम्प्यूटिंग और चौथी सिंथेटिक बायोलॉजी, जिसे हमने आईबीएम में शामिल नहीं किया है। ये नई तकनीके हमारे लिए नए अवसर लाएंगी। यह स्टार्टअप, अकेडमिक्स और ग्लोबल लेवल पर भारत के युवाओं को सेमीकंडक्टर, एआई और क्वांटम कंम्प्यूटिंग के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगें।
IBM ने 3 MoU साइन किए – संदीप पटेल :-
इस मौके पर IBM के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप पटेल ने कहा कि हमने 3 MoU साइन किए हैं। जिसमें से एक है सेमीकंडक्टर रिसर्च पर, जो इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन है, उसके लिए कई तरह का ईकोसिस्टम बनाना पड़ेगा। उस सबके लिए R&D की जरुरत होती है। कि किस तरह से आप सेमीकंडक्टर के रिसर्च में आगे रह सकें।
उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में बहुत सालों से काम कर रहे हैं और सरकार के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर के रिसर्च मिलकर काम करेंगे। दूसरा है AI, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत काफी प्रगति कर रहा है। हम सालों से AI में काम कर रहे हैं। हम एआई कौशल कार्यक्रम चलाते हैं। जैसे-जैसे भारत में एआई प्लेटफॉर्म बढ़ेंगे, हम इसे बढ़ाने के लिए सरकार के भागीदार बनेंगे। स्किलिंग के क्षेत्र में हम आगे बढ़ेंगे।
तीसरा MoU क्वांटम कंप्यूटिंग पर है। ये तकनीक अब शुरू हो रही है। हम भारत में इस पर काम कर रहे हैं। हम देश में प्रौद्योगिकी लाने के लिए सरकार की ओर से घोषित भारत क्वांटम मिशन के तहत साझेदारी करेंगे।
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