बेंगलुरु (कर्नाटक):- तमिलनाडु को कावेरी का पानी छोड़े जाने के विरोध में कन्नड़ समर्थकों और किसान संगठनों ने शुक्रवार (29 सितंबर) के लिए कर्नाटक बंद का आह्वान किया है। इससे खासकर राज्य के दक्षिणी हिस्से में सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है। बेंगलुरु में यह दूसरी हड़ताल होगी क्योंकि मंगलवार (26 सितंबर) को शहर बंद था।
कर्नाटक रक्षणा वेदिके, कन्नड़ चालुवली (वटल पक्ष) और विभिन्न किसान संगठनों समेत प्रमुख संगठन ‘कन्नड़ ओक्कुटा’ ने सुबह से शाम तक राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। हालांकि बेंगलुरु पुलिस ने शहर में किसी भी तरह के बंद की अनुमति नहीं दी है और बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध के साथ ही धारा 144 लागू होने की भी संभावना है।
कर्नाटक बंद को लेकर पुलिस ने क्या कहा?
बेंगलुरु पुलिस ने कहा कि 29 सितंबर को कर्नाटक में कई संगठन तमिलनाडु को कावेरी जल छोड़े जाने के विरोध में राज्यव्यापी बंद के लिए एकजुट हो रहे हैं। पुलिस कमिश्नर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जोर देते हैं कि सभी प्रकार के बंद वर्जित हैं। विरोध प्रदर्शनों और रैलियों के लिए एकमात्र स्वीकृत स्थान फ्रीडम पार्क है। कोई भी संगठन अपना समर्थन स्वयं दे सकता है बलपूर्वक नहीं। अगर संपत्ति को कोई नुकसान होता है तो संबंधित विरोध करने वाले संगठन को लागत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
आयोजकों ने ये कहा
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आयोजकों ने कहा कि शहर में टाउन हॉल से फ्रीडम पार्क तक एक विशाल प्रदर्शन जुलूस निकाला जाएगा जिसमें सभी जगह के लोगों के भाग लेने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बंद पूरे कर्नाटक के लिए है और राजमार्गों टोल गेटों, रेल सेवाओं और हवाई अड्डों को भी बंद करने की कोशिश की जाएगी। राज्य में विपक्षी दल बीजेपी और जेडीएस के साथ-साथ होटल ऑटोरिक्शा और राइडर्स एसोसिएशन ने भी बंद को समर्थन दिया है।