नई दिल्ली :- आचार्य चाणक्य को महान ऐसे ही नहीं कहा गया है। नीति शास्त्र में लिखी हर एक बात आज भी लोग अपने जीवन में ढालते हैं। ऐसे करने वाले हमेशा खुशहाल जीवन व्यतीत करते हैं।
आचार्य ने सुखी जीवन के लिए नीति शास्त्र में बेहद जरूरी बाते लिखी हैं। आज इस भागमभाग भरी जिदंगी में हम कई ऐसी बाते भूल जाते हैं जो जीवन के लिए बेहद जरूरी होती हैं। ऐसी बातों को ध्यान ना होने के चलते हम अपनों को न चाहते हुए भी ठेस पहुंचा देते हैं। ऐसे में चाणक्य नीति का याद करना बेहद जरूरी हो जाता है।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में शादीशुदा जीवन को सुखी बनाने के लिए भी कई बातें लिखी हैं। शादीशुदा जीवन में कई बार ऐसा होता है कि औरतें अपने पति से संतुष्ट नहीं होती। इस बात का पति को पता नहीं चल पाता। आइए आपको बताते हैं पत्नियां जब असंतुष्ट होती हैं तो क्या इशारा करती हैं।
चाणक्य नीति में महिलाओं के ऐसी बातों के बारे में बताया गया है जो वे असंतुष्ट होने पर करती हैं। इन इशारों को जांच कर कोई भी पति अपनी पत्नी को संतुष्ट कर सकता है। पत्नी की नाराजगी को दूर करने के लिए चाणक्य नीति की इन बातों का जरूर ध्यान देना चाहिए।
बात कम करना
पत्नियों को बातूनी भी कहा जाता है। जब पत्नी बहुत खुश होती है तो अपने पति बहुत ज्यादा बात करती है। कभी तो पति को कहना पड़ता है कि बस करो कितना बोल रही हो। अगर आपकी पत्नी भी बहुत बातें करती है और अचानक शांत हो जाए तो समझ जाइये कि वह असंतुष्ट है।
यानी आपकी किसी बात से वह नाराज चल रही है। कम बात करना पत्नियों के असंतुष्टि बारे में इशारा करता है। ये संकेत मिलते ही आप अपनी पत्नी से बात करिये और जानिये कि वह किस बात से परेशान है। ऐसा करने से वह बात आप से शेयर करेगी और फिर पहले की तरह हो जाएगी।
हर बात पर गुस्सा आना
यह सब जानते हैं कि पत्नियों के लिए पति कितनी अहमियत रखते हैं। पत्नी अपने पति को कभी नाराज नहीं करना चाहती। ऐसे में अगर पत्नी आपसे झुंझलाने लगे यानी बात पर झगड़ा करे और गुस्सा करे तो समझ जाइये कि वो किसी न किसी बात को लेकर असंतुष्ट है। इस इशारे को ध्यान में रखकर आपका अगला कदम पत्नी को खुश करने के लिए होना चाहिए।