मुम्बई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों को लेकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में खींचतान गुरुवार को तेज हो गई। जब कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई में छह अल्पसंख्यक बहुल निर्वाचन क्षेत्रों पर दावा ठोका। तीन घंटे तक चली बैठक में शिवसेना (यूबीटी) से संजय राउत और अनिल देसाई, एनसीपी (शरद पवार गुट) से जितेंद्र आव्हाड और जयंत पाटिल और कांग्रेस से नाना पटोले और अतुल लोंधे शामिल हुए।
हालांकि, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच छह सीटों – बायकुला, कुर्ला, घाटकोपर पश्चिम, वर्सोवा, जोगेश्वरी पूर्व, माहिम – को लेकर गतिरोध पैदा हो गया है। इसके अलावा, एनसीपी ने भी कुर्ला, वर्सोवा और घाटकोपर पश्चिम की मांग की है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद कांग्रेस मुंबई में और अधिक सीटों पर नज़र गड़ाए हुए है। महाराष्ट्र लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक द्वारा सुरक्षित 30 सीटों में से 13 पर जीत हासिल की। शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी ने नौ और आठ-आठ सीटें जीतीं।
कांग्रेस मुंबई में अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर नज़र गड़ाए हुए है ताकि अपने पारंपरिक वोट बैंक को फिर से हासिल कर सके जो धीरे-धीरे उद्धव सेना की ओर खिसक रहा है।