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ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं मनु भाकर

नई दिल्ली:- मनु भाकर ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पेरिस 2024 ओलंपिक में महिला वर्ग की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया है। यह पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक है और लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के बाद से भारत के लिए निशानेबाजी में पहला ओलंपिक पदक है।

केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि 24 जुलाई से पेरिस में ओलंपिक का प्रारंभ हुआ है। 2024 के ओलंपिक में भारत की ओर 117 खेलाड़ियों का दल भाग लेने के लिए वहां पहुंचे हैं। मैं मनु भाकर को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता और भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने खेलो इंडिया पहल के तहत प्रशिक्षण लिया था। मोदी ने तय किया था कि अगर देश को खेलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे ले जाना है तो बच्चों और युवाओं में प्रतिभा पहचाननी होगी। खेलों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना होगा। राष्ट्रीय खेलों का आयोजन करना होगा और तभी देश खेलों में आगे बढ़ेगा इसीलिए इस बजट में भी खेलो इंडिया के लिए 900 करोड़ रुपए से अधिक आवंटित किए गए हैं।

मोहन यादव ने दी बधाईयां:- 

निशानेबाज मनु भाकर द्वारा पेरिस ओलंपियाड 2024 में दस मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि ओलंपिक की निशानेबाजी की स्पर्धा में पहला पदक मिलना एक बड़ी उपलब्धि है मैं उनको बधाई देता हूं।

मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 के स्कोर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया साथ ही उन्होंने सबसे ज़्यादा परफेक्ट स्कोर (27) भी बनाए।

भाकर‌ की मां ने जताई प्रसन्नता:-

ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर ने कहा‌ कि मैं हमेशा चाहती थी कि मेरी बेटी खुश रहे। मैं हमेशा अच्छा महसूस करती रही हूं।

पिता को हुई बहुत प्रसन्नता:-

ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर के पिता राम किशन भाकर ने कहा कि पूरा देश खुश है‌ उसके दो इवेंट बचे हैं और हमें उम्मीद है कि वो और अच्छा प्रदर्शन करेगी। मनु को सरकार और फेडरेशन से काफी सहयोग मिला। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।

मनु भाकर के बारे में एक नजर

मनु भाकर एक भारतीय ओलंपियन हैं जो निशानेबाजी में भाग लेती हैं। हरियाणा के झज्जर में जन्मी मनु भाकर जो अपने मुक्केबाजों और पहलवानों के लिए मशहूर राज्य है। स्कूल में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसे खेलों में भाग लिया। उन्होंने थांग ता नामक मार्शल आर्ट में भी भाग लिया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते। फिर उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक के समाप्त होने के पश्चात जब वह सिर्फ 14 साल की थीं तब अचानक निशानेबाजी में हाथ आजमाने का फैसला किया और उन्हें यह बहुत पसंद आया।

उन्होंने 9 स्वर्ण पदक जीते। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में सिद्धू के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 242.3 का रिकॉर्ड स्कोर बनाया। 2018 एक निशानेबाज के रूप में भाकर के लिए एक सफल वर्ष था क्योंकि उसने महज 16 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर एक सनसनी पैदा कर दी थी।

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