नई दिल्ली:- कर्नाटक के कारवार क्षेत्र के पास एक कंटेनर जहाज मेर्स्क फ्रैंकफर्ट में लगी आग को बुझाने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) पूरी ताकत से जुटा हुआ है। आग लगने की सूचना 19 जुलाई को दोपहर करीब 2:30 बजे मिली। आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही तटरक्षक बल ने तेजी से प्रतिक्रिया दी। जहाज की वर्तमान स्थिति कारवार से 17 मील दूर है। कोस्टगार्ड ने बताया है कि जहाज के अगले हिस्से में लगी आग को दबा दिया गया है, लेकिन भारी धुआं निकल रहा है। इस बीच मिडशिप क्षेत्र में आग फिर से भड़क गई है। भारतीय तटरक्षक बल के जहाज सचेत, सुजीत और सम्राट सक्रिय रूप से आग बुझाने में जुटे हुए हैं। आग पर काबू पाने और बुझाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
तटरक्षक बल के डोर्नियर विमान ने स्थिति का हवाई आकलन किया है। इसके अतिरिक्त न्यू मैंगलोर से एक एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर भी घटनास्थल पर भेजा गया। ध्रुव हेलीकॉप्टर ने मूल्यांकन किया और ड्राई केमिकल पाउडर (डीसीपी) बैग कंटेनर जहाज पर तैनात करने की संभावना का मूल्यांकन किया।
तटरक्षक बल ने बताया है कि फिलहाल, चालक दल को निकालने की कोई आवश्यकता नहीं है। जहाज के कप्तान ने संकेत दिया है कि क्षेत्र की दुर्गमता के कारण लंगर डालना संभव नहीं है। हालांकि कंटेनरों के पिघलने से समस्या बढ़ गई है। इससे चालक दल के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा हो गया है।
आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग के कारण विस्फोट हुआ। मार्सक फ्रैंकफर्ट में 21 सदस्यों का दल है। इसमें 17 फिलिपिन्स के, दो यूक्रेन के और एक रूसी और एक मोंटेनिग्रो के हैं। जहाज गोवा से लगभग 102 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में स्थित है। चालक दल ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे। आग तेजी से डेक पर फैल गई, जिससे कंटेनरों में विस्फोट हो गया। शुरुआती रिपोर्टों से पता चला है कि 20 कंटेनरों में आग लगी है।
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