लखनऊ:- सुशांत गोल्फ सिटी स्थित एक स्कूल को बम से उड़ाने का ई-मेल महाराष्ट्र के चार बच्चों ने आनलाइन गेम खेलते हुए भेजा था। बच्चों को गेमिंग के दौरान मैसेज आया, जिसमें ईमेल भेजने का टास्क दिया गया था।
बच्चों को इस बात की भनक ही नहीं थी कि उनको साजिश कर एक बड़े अपराध का हिस्सा बनाया जा रहा है। एटीएस और स्थानीय पुलिस ई-मेल को तलाशते हुए बच्चों तक पहुंची।
बच्चों ने बताया कि गेम खेलने के दौरान एक मैसेज आया था जिसमें यह टास्क दिया गया था। डीसीपी दक्षिणी तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि बिरला ओपन माइंड स्कूल को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। प्रिंसिपल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था। एटीएस मामले की जांच में जुटी थी। जांच के दौरान ई-मेल महाराष्ट्र से जुड़ी हुई मिली।
वहां पहुंचने पर पता चला कि कुछ बच्चों ने मेल भेजा है। उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि आनलाइन डी-कोड गेम खेलते हैं। उसमें ग्रुप बनाकर टास्क पूरे किए जाते हैं। उसी दौरान मैसेज और ई-मेल आइडी देकर मेल करने को कहा गया। इसपर ग्रुप ने मेल कर दिया। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के बाद बच्चों के साथ-साथ मां-बाप को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
बच्चों को टास्क देने वाली की तलाश जारी
जांच में सामने आया कि बच्चों को जिसने मेल भेजा है उसको बच्चे जानते ही नहीं हैं। बच्चों का मोबाइल जब्त कर लिया गया है। मैसेज भेजने वाले को ट्रेस किया जा रहा है। इस स्कूल के अलावा भी दो स्कूलों को भी इसी तरह मेल भेजा गया था।
बच्चे आनलाइन क्या कर रहे अभिभावक रखें नजर
साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि कोविड के बाद से 90 प्रतिशत बच्चों के पास स्मार्ट फोन हैं, जो दिनभर इसका इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में बच्चे मोबाइल पर क्या कर रहे हैं, अभिभावक इसका ध्यान तक नहीं रखते हैं। अगर बच्चा इंटरनेट पर ज्यादा समय बिता रहे है तो अभिभावक को ध्यान देना चाहिए।
नाबालिग ने दी थी मेट्रो स्टेशन उड़ाने की धमकी : कुछ दिन पहले लखनऊ मेट्रो को ई-मेल भेजकर हजरतगंज स्टेशन को उड़ाने की धमकी मिली थी। हजरतगंज पुलिस जांच करते हुए मेल करने वाले तक पहुंची तो पता चला की एक नाबालिग ने जवान फिल्म से प्रभावित होकर ई-मेल किया था। पुलिस ने उसे भी हिदायद देकर छोड़ा था।
पुलिस की अपील बच्चों के मोबाइल पर रखें नजर
बच्चों के मोबाइल का एक्सेस अभिभावक अपने पास भी रखें-आनलाइन क्या कर रहे हैं, इसके बारे में समय-समय पर पूछते रहें-अगर किसी गलत साइट से जुड़े हैं तो साइबर सेल से संपर्क करें-किसी के कहने पर इंटरनेट पर कुछ टास्क कर रहे हैं तो जानकारी रखें-बच्चे कोई गलती करते हैं, तो उसके जिम्मेदार अभिभावक भी होंगे-कितनी भी सिक्योरिटी के साथ मेल किया जाए, पुलिस उसको ट्रेस कर लेती है।
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