http://Dastakhindustannewsवाराणसी (सिंधौरा):- वाराणसी सिंधोरा बाजार में एक दुकान है जोकि विनोद बरनवाल के नाम से है, विनोद बरनवाल जिसकी दुकान है पुलिस को पुलिस चौकी सिंधौरा के लिए किराये पर दी थी।किराया का एग्रीमेंट 6000 रुपए हर महीने के हिसाब से तय हुआ था,पर 2 साल तक कोई किराया न मिलने पर विनोद बरनवाल ने पुलिस विभाग को उनकी दुकान खाली करने के लिए बोला या किराया भरने के लिए बोला।
हमारे न्यूज़ चैनल ने 2022 में इनकी ख़बरें प्रकाशित कीं थी और पुलिस विभाग से मदद के लिए बोला भी था। हमें पुलिस विभाग ने आश्वासन दिया कि काम जल्दी ही सलटा देगें।
किराए का पैसा वापस करने के लिए मिल रही है धमकी:-मार्च 2024 में उनको चेक मिला जो कि 2 साल तक का हिसाब 6000 के हिसाब से 144000 होता है पर उनको चेक मिला 158000 का। वो अपनी जीत के लिए खुश थे पर तब तक ही जब तक उनके 14000 रुपए वापस मांगे गए नहीं गए थे ।उनसे जनसंदेश के रिपोर्टर अखिलेश पांडे ने कहा कि आपको चेक बढ़ा के मिला है आपको 14000 रुपये वापस देने हैं या अधिकारी ने मांगे हैं ।14000 ना देने पे उनको फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी गई है। तब थक हार कर उन्हें 34000 रुपए दिए। विनोद जी जो सिर्फ अपनी बहनोई की वजह से शान्त बैठे थे।इतने दिनों तक परेशान रहे उनको ये सब धमकिया भी झेलनी पड़ी या भ्रष्टाचार के सामने लाचार हो के पैसे रिपोर्टर अखिलेश पांडे को देने पड़े।
दस्तक हिंदुस्तान आग्रह करता है कि इस मामले की जांच हो:-
दस्तक हिंदुस्तान समाचार ये इस समाचार के माध्यम से जानना चाहता है कि किस अधिकारी के कहने पर रिपोर्टर अखिलेश पांडे ने बिल बढ़ाया या पैसे देने के नाम पर विनोद बरनवाल से 34000 रुपये की धमकी दे दी।इन्हीं हरकतों की वजह से पत्रकार बदनाम होते हैं। जनता का विश्वास चौथे स्तम्भ से उठ रहा है। 14000 बढ़ के चेक बैन करो या मुझे (विनोद बरनवाल) उसमें हिसाब चाहिए या अधिकारी को भी देना है।
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