नई दिल्ली :- रूस ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है, कि भारत को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की आखिरी बैच की डिलीवरी में देरी होने की आशंका है। एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम हथियार के निर्यातक रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के प्रमुख ने उन दावों का खंडन किया है, कि भारत को एस -400 वायु रक्षा प्रणालियों की डिलीवरी में कुछ व्यवधान हैं। रूस की तरफ से ये बयान उस वक्त आया है, जब चीन से तनाव के बीच भारत अपनी सीमा की सुरक्षा को और कड़ा करना चाहता है।
तय समय पर एस-400 की डिलीवरी
सीईओ अलेक्जेंडर मिखीव के हवाले से कहा गया है, कि रोसोबोरोनेक्सपोर्ट आधिकारिक तौर पर भारत को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति में कथित व्यवधान के बारे में जानकारी से इनकार करता है और अनुबंध को पार्टियों द्वारा सहमत शर्तों के भीतर निष्पादित किया जा रहा है।
सीईओ ने पश्चिमी मीडिया में पिछली रिपोर्टों का हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया है, कि यूक्रेन में चल रहे युद्ध और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों ने मॉस्को को भारत को एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की डिलीवरी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने से रोक दिया है।
उन्होंने कहा, कि यूक्रेनी मीडिया ने भारत के बाकी बचे दो एस-400 डिवीजनों और रूसी निर्मित लड़ाकू विमानों के स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति में “बाधा” के बारे में भी लिखा है।
रूसी समचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने जब अलेक्जेंडर मिखीव से पूछा, कि क्या भारतीय पक्ष को एस-400 की डिलीवरी बाधित होने की खबरें सही हैं, तो मिखीव ने जवाब दिया, “अनुबंध पार्टियों के समझौते द्वारा स्थापित शर्तों के भीतर निष्पादित किया गया है।”
जबकि रूसी अधिकारी ने विशेष रूप से किसी विशेष रिपोर्ट का उल्लेख नहीं किया, लेकिन भारत की एक संसदीय समिति को पिछले साल इंडियन एयरफोर्स के प्रतिनिधि ने बताया था, कि यूक्रेन में संघर्ष की वजह से मास्को से “बड़ी डिलीवरी” नहीं होने वाली है।