पटना (बिहार):- सीतामढ़ी जिले के डुमरा ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील खाने के बाद लगभग 50 स्कूली बच्चों ने कथित तौर पर पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की। बच्चों को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टर का कहना है कि सभी बच्चों की हालत स्थिर है।
प्रधानाध्यापक वर्षा वर्मा ने बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। उसके बाद एंबुलेंस को बुलाया और शेष बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। इधर, बाकी बचे खाने को तुरंत नष्ट कर दिया गया। तब तक ग्रामीण और डुमरा थाना पुलिस भी पहुंच गई। बाद में एमडीएम के डीपीओ आयुष कुमार भी स्कूल पहुंचे।
सदर अस्पताल की डॉ. सुधा झा ने बताया, “मिड डे मील में गिरगिट का शिकायत लेकर आए थे। अभी सभी बच्चे स्वस्थ हैं और कोई लक्षण नहीं है। हमने बच्चों को देख-रेख में रखा है। हमारी टीम तैयार है और सभी सामान्य हैं।”
भोजन के बाद बच्चों में पेट दर्द, उल्टी व चक्कर आने की शिकायत के बाद 112 नंबर पर शिकायत की गयी। सूचना मिलने पर पहुंचे परिजनों ने भी ऑटो व अपनी गाड़ियों से बच्चों को डुमरा पीएचसी में भर्ती कराया। एंबुलेंस व 112 नंबर की गाड़ी से भी बच्चों को डुमरा पीएचसी लाया गया। वहां सभी का इलाज हो रहा है। जानकारी मिलते ही एमडीएम डीपीओ आयुष कुमार ने टीम के साथ स्कूल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण डुमरा पीएचसी में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। पीड़ित बच्चों से पीएचसी प्रभारी डॉ. अक्षय कुमार ने पूछताछ की। बच्चों ने पेट दर्द, तो किसी ने गले में जलन जैसी शिकायत की। कई बच्चों ने सिर दर्द की बात कही।
डॉ. कुमार के निर्देश पर बच्चों का तुरंत इलाज शुरू हुआ। ताबड़तोड़ पीड़ित बच्चों को सुई दी जाने लगी। दर्जन भर महिला एवं पुरुष कर्मी इलाज में जुट गये। इस बीच, कई अभिभावक भी पीएचसी पहुंच गये। काफी देर तक चले इलाज के दौरान न तो स्कूल की प्रधानाध्यापक पहुंची। स्कूल से कोई शिक्षक वहां नहीं पहुंचा।