बेंगलुरु :- आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत का जश्न उस वक्त मातम में बदल गया जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ में भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए। जहां एक ओर टीम की पहली ट्रॉफी को लेकर शहर में खुशी का माहौल था, वहीं इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया।
जश्न जो तबाह हो गया
RCB की जीत ने पूरे बेंगलुरु को खुशी से झूमने पर मजबूर कर दिया। जैसे ही टीम ने खिताबी मुकाबला अपने नाम किया, चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों फैंस एकत्रित हो गए। सोशल मीडिया पर पहले ही यह ऐलान हो चुका था कि टीम अगले दिन स्टेडियम में विजय परेड निकालेगी, जिससे वहां लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी।
हालांकि, इस जश्न को संभालने में स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह विफल रही। जैसे ही खिलाड़ियों की बस स्टेडियम की ओर बढ़ी, भीड़ बेकाबू हो गई। धक्का-मुक्की और अफरातफरी में कुछ लोग जमीन पर गिर पड़े और उन्हें संभलने का मौका भी नहीं मिला।
तीन की मौत, कई की हालत गंभीर
बीच सड़क पर भगदड़ मचने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है, लेकिन सभी युवा बताए जा रहे हैं। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, कई लोग सिर, छाती और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटों के साथ भर्ती कराए गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद जनता और सामाजिक संगठनों ने नगर निगम और पुलिस प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जानकारों का कहना है कि प्रशासन को पहले से ही इस बात का अनुमान होना चाहिए था कि आरसीबी की पहली जीत के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।
ना तो भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त उपाय किए गए थे, और ना ही एम्बुलेंस व मेडिकल सहायता की कोई व्यवस्था थी। घटना के बाद ही मेडिकल टीमों को बुलाया गया, जो एक बड़ी चूक मानी जा रही है।
खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट ने जताया दुख
RCB के कप्तान विराट कोहली और अन्य खिलाड़ियों ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। कोहली ने ट्वीट कर लिखा, “यह खबर दिल तोड़ने वाली है। हम अपनी जीत का जश्न पूरे फैंस के साथ मनाना चाहते थे, लेकिन इस दुर्घटना ने हमें गहरे दुख में डाल दिया है। पीड़ित परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।”
RCB की ऐतिहासिक जीत के इस मौके को हमेशा एक दुखद घटना के साथ याद किया जाएगा। यह हादसा न सिर्फ मानवता के लिए एक चेतावनी है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का भी कड़ा उदाहरण है। भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए बेहतर योजना, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा इंतज़ाम बेहद जरूरी हैं, ताकि कोई भी उत्सव जानलेवा न बने।