इस्लामाबाद (पाकिस्तान):- देश की सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में दो यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है जिन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। जसबीर सिंह और ज्योति मल्होत्रा नाम के इन दोनों लोगों को तब पकड़ा गया जब खुफिया इनपुट के आधार पर उनके खिलाफ निगरानी की जा रही थी। शुरुआती जांच में जो खुलासे हुए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं और देश की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
जानकारी के मुताबिक जसबीर सिंह और ज्योति मल्होत्रा कुछ ही महीने पहले पाकिस्तान गए थे जहां वे लाहौर शहर में पूरे दस दिन तक एक साथ ठहरे थे। वहां इनकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के ऑपरेटिव शाकिर से हुई थी। सूत्रों के अनुसार शाकिर ने ही इन्हें जासूसी से जुड़े कार्य सौंपे थे। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी दानिश ने भारत में इनके संपर्कों को मजबूत किया और इन्हें विशेष टारगेट भी दिए गए।
पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि वे भारत की सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेजते थे। इसके लिए उन्हें हर महीने मोटी रकम मिलती थी। यह रकम कभी नकद तो कभी डिजिटल माध्यम से पहुंचाई जाती थी। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान से उन्हें विशेष निर्देश मिलते थे कि किन इलाकों में वीडियो बनानी है और किन अधिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखनी है।
जसबीर और ज्योति दोनों सोशल मीडिया पर एक्टिव थे और खुद को ट्रैवल व्लॉगर बताते थे। इसी बहाने वे सीमावर्ती इलाकों में बेरोकटोक घूमते थे और संवेदनशील स्थानों की जानकारी इकट्ठा करते थे। उनकी वीडियोग्राफी में कई बार ऐसे सैन्य ठिकाने और बॉर्डर पोस्ट नजर आए जो आम नागरिकों के लिए वर्जित क्षेत्र माने जाते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को जब इन वीडियो की पड़ताल हुई तो शक की सुई इन दोनों पर टिक गई।
अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इन दोनों के संपर्क भारत में और किन-किन लोगों से थे और क्या उनके जैसे और भी लोग पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे हैं। शुरुआती जांच में कुछ मोबाइल चैट्स और मेल्स भी बरामद हुए हैं जो इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने में मदद कर सकते हैं।
गौरतलब है कि भारत में इससे पहले भी कई बार पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा इस तरह के जासूसी मॉड्यूल तैयार करने की कोशिश की जाती रही है लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से यह नया तरीका सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक नई चुनौती बनकर सामने आया है।
सुरक्षा एजेंसियों ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस या इंटेलिजेंस विभाग को दें ताकि देश की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ न हो सके।