नई दिल्ली :- देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस अधिकारियों को भी हैरान कर दिया है। यह घटना दिखाती है कि अपराधी किस हद तक जाकर अपने गैरकानूनी कामों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं। आंध्र प्रदेश से दिल्ली पहुंची एक ट्रक में जब पुलिस ने तलाशी ली तो उनके होश उड़ गए। ट्रक में ऊपर से तो सिर्फ तरबूज दिखाई दे रहे थे लेकिन असलियत कुछ और ही थी। दरअसल तरबूजों के नीचे छिपा था करोड़ों रुपये का अवैध माल जिसे बड़ी चालाकी से छिपाया गया था।
पुलिस को पहले से ही सूचना मिली थी कि दिल्ली में एक बड़ा अवैध माल आने वाला है। सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने गाजीपुर मंडी के पास एक ट्रक को रोका और पूछताछ शुरू की। ट्रक में बैठे लोग खुद को किसान बता रहे थे और कह रहे थे कि वे तरबूज बेचने आए हैं। लेकिन पुलिस को उनकी बातों पर शक हुआ और जब उन्होंने ट्रक की गहराई से जांच की तो सच्चाई सामने आई।
तरबूजों के नीचे प्लास्टिक की थैलियों में रखा गया था महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान और प्रतिबंधित दवाएं जिन्हें दिल्ली में ब्लैक मार्केट के जरिए बेचा जाना था। पुलिस ने तुरंत ट्रक में बैठे सभी लोगों को हिरासत में ले लिया और ट्रक को जब्त कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह कोई पहली बार नहीं था बल्कि पहले भी कई बार इसी तरह तरबूज के नीचे छिपाकर अवैध चीजों को दिल्ली लाया गया था।
इस गिरोह का मकसद था कि गर्मियों में जब तरबूजों की डिमांड अधिक होती है तो उसी का फायदा उठाकर वे बिना शक के ट्रकों में अवैध सामान लाते रहें। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और तीन अन्य की तलाश जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि दिल्ली में इन सामानों को कौन लोग खरीदते हैं और इनके पीछे कौन सी बड़ी गैंग काम कर रही है।
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि अपराधी अब पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर नए और अनोखे तरीके अपनाकर गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने भी कहा है कि अब दिल्ली के हर कोने में विशेष निगरानी रखी जाएगी और मंडियों में आने वाले ट्रकों की जांच और सख्ती से की जाएगी ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का अपराध दोबारा ना कर सके।
इस पूरी कार्रवाई में दिल्ली पुलिस की सतर्कता और सटीक जानकारी की तारीफ हो रही है क्योंकि अगर समय पर ट्रक को नहीं रोका जाता तो करोड़ों का अवैध माल दिल्ली में पहुंच चुका होता और इसका असर समाज पर भी पड़ता। इस तरह की घटनाएं यह बताती हैं कि कानून व्यवस्था को मजबूत रखने के लिए निरंतर सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता है।