नई दिल्ली :- एक बार फिर कोरोना वायरस की दस्तक ने देश में चिंता बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 276 नए एक्टिव केस सामने आए हैं, जिससे कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4302 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञ इस पर नजर बनाए हुए हैं और सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं।
कोरोना की वापसी या सतर्कता की कमी?
पिछले कुछ महीनों से ऐसा लग रहा था कि देश में कोविड संक्रमण अब नियंत्रण में है। प्रतिबंध हट चुके थे, वैक्सीनेशन का दायरा व्यापक हो चुका था, और जनजीवन सामान्य हो रहा था। लेकिन हाल ही में कोरोना के मामले एक बार फिर धीरे-धीरे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कोरोना का कोई नया वैरिएंट नहीं, बल्कि पुराने संक्रमण का धीमा असर हो सकता है, जो मौसम परिवर्तन या लापरवाही के कारण दोबारा सक्रिय हो रहा है।
कौन से राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित?
हालांकि सरकार ने अभी राज्यवार डेटा का विस्तृत ब्योरा जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में कुछ नए केस सामने आए हैं। इसके अलावा उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है।
इन राज्यों में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों और हेल्थ सेंटर्स को सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल को दोबारा लागू करने के निर्देश दिए हैं।
लोगों में चिंता, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं
4300 से ऊपर एक्टिव केस और 276 नए मामलों का आंकड़ा पहले की तुलना में बहुत कम है, लेकिन सावधानी न बरती जाए तो स्थिति तेजी से बिगड़ भी सकती है। सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क और जिम्मेदार बनने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आम जनता से कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है:
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की आदत दोबारा अपनाएं।
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखें, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
- भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें, खासकर बंद जगहों पर।