नई दिल्ली:-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर विवाद बढ़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश तक कांग्रेस और बीएसपी ने उनके बयान के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
छत्तीसगढ़: रायपुर में कांग्रेस का मार्च और गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस ने गृह मंत्री के बयान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। गांधी मैदान से सीएम हाउस की ओर मार्च करते समय पुलिस ने कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया है । बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा कि बाबा साहब का अपमान करने वाले गृह मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
लखनऊ: बीएसपी ने किया विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीएसपी ने अमित शाह के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि बाबा साहब दलितों वंचितों और शोषितों के लिए भगवान के समान हैं। उन्होंने अमित शाह से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। बीएसपी ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने की भी योजना बनाई है। दिल्ली सहित कई अन्य जगहों पर भी बीएसपी ने विरोध प्रदर्शन किया है।
कांग्रेस का देशव्यापी विरोध अभियान
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने घोषणा की कि इस मुद्दे पर कांग्रेस पूरे देश में जिला स्तर पर मार्च निकालेगी। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि अब तक इस मामले पर 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा चुकी हैं। इन प्रदर्शनों में बाबा साहब की तस्वीरें और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करने वाली तख्तियां देखी जा रही हैं।
अमित शाह की टिप्पणी पर विवाद
यह विवाद 17 दिसंबर को संसद में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए भाषण से शुरू हुआ। उन्होंने कहा था कि आजकल अंबेडकर का नाम लेना “फैशन” बन गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर भगवान का इतना नाम लिया गया होता तो स्वर्ग मिल गया होता। शाह ने यह भी सवाल उठाया कि डॉ. अंबेडकर ने नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा क्यों दिया था। उन्होंने अंबेडकर के विचारों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा।
अहमदाबाद में अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ी गई
24 दिसंबर को अहमदाबाद में अज्ञात लोगों ने डॉ. बीआर अंबेडकर की एक प्रतिमा को तोड़ दिया है इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन तेज हो गया पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
राहुल गांधी और दलित वोट बैंक पर नजर
विशेषज्ञों का मानना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बाबा साहब का नाम लेकर दलित समुदाय को साधने की कोशिश कर रहे हैं। यूपी जैसे बड़े राज्यों में आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए अंबेडकर को केंद्र में लाने की रणनीति अपनाई जा रही है।