मुंबई ( महाराष्ट्र ):- बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया जिसमें उन्होंने बताया कि पहले उन्हें मुंबई इंडियन्स और दिल्ली कैपिटल्स को खरीदने की इच्छा थी। लेकिन कुछ कारणों की वजह से उन्हें अंततः कोलकाता नाइट राइडर्स को चुनना पड़ा। यह खुलासा शाहरुख ने एक इंटरव्यू में किया जिसमें उन्होंने अपनी टीम को लेकर अपनी भावनाओं और योजनाओं के बारे में खुलकर बात की।
पहले MI और दिल्ली पर था फोकस
शाहरुख ने बताया कि 2008 में आईपीएल के पहले सीजन के दौरान उनका ध्यान मुंबई इंडियन्स और दिल्ली कैपिटल्स पर था। उनके अनुसार दोनों टीमों की स्थिति और संभावनाएं उस समय ज्यादा आकर्षक लग रही थीं। शाहरुख खान ने यह भी बताया कि वह मुंबई को खरीदने के लिए बहुत इच्छुक थे लेकिन उस समय वह काफी संघर्ष कर रहे थे और कई कारणों की वजह से वह इस सौदे को नहीं कर पाए।
KKR के लिए बदलना पड़ा रुख
शाहरुख ने यह भी बताया कि जैसे-जैसे आईपीएल की नीलामी करीब आई वह मुंबई और दिल्ली के लिए योजनाएं बनाते रहे लेकिन अंततः यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने कोलकाता की टीम को खरीदने का फैसला किया। यह कदम उनके लिए चुनौतीपूर्ण था क्योंकि कोलकाता का बाजार और फैन बेस कुछ अलग था। हालांकि शाहरुख ने इस फैसले को भी सही बताया और कहा कि KKR का हिस्सा बनना उनके लिए गर्व की बात है।
KKR ने किया जबरदस्त प्रदर्शन
शाहरुख ने यह भी बताया कि कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ उनका सफर बेहद रोमांचक रहा है। 2012 और 2014 में आईपीएल ट्रॉफी जीतने में सफलता हासिल की और शाहरुख ने इस सफलता में अपनी टीम के खिलाड़ियों कोच और अन्य सहयोगियों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कोलकाता नाईट राइडर्स से जुड़कर मुझे एक नया अनुभव मिला और इसने मुझे क्रिकेट की दुनिया में एक नया दृष्टिकोण दिया
टीम की मजबूरी और फैसले
शाहरुख ने स्वीकार किया कि कोलकाता टीम को खरीदने का फैसला मजबूरी से था क्योंकि उन्हें उस समय खुद को एक मजबूत बाजार में स्थापित करना था। उनके मुताबिक जब कोलकाता नाईट राइड्स को खरीदा गया था तो टीम के पास उतने बड़े संसाधन और बजट नहीं थे। हालांकि उनके लगातार संघर्ष और मेहनत ने नाईट राइडर्स को आईपीएल में एक प्रमुख टीम बना दिया।
आईपीएल में कोलकाता की स्थिति
आज के समय में कोलकाता नाईट राइडर्स एक मजबूत टीम बन चुकी है हालांकि उन्होंने कई बार आईपीएल ट्रॉफी भी जीती है लेकिन शाहरुख खान का कहना है कि उन्हें भविष्य में और भी सफलताएँ हासिल करने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ जीतने का नहीं बल्कि क्रिकेट को एक नए स्तर पर ले जाने का है।