वॉशिंगटन(अमेरिका):-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ योजना ने व्यापार जगत और अर्थशास्त्रियों में चिंता पैदा कर दी है। उनका कहना है कि इससे कीमतें बढ़ सकती हैं नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं और आर्थिक विकास में गिरावट आ सकती है । ट्रंप ने कनाडा मेक्सिको और चीन से आयात पर भारी टैरिफ लगाने का एलान किया है। इस फैसले से वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच गई है। ट्रंप का कहना है कि यह टैरिफ अवैध प्रवासियों और ड्रग्स के खिलाफ उनकी रणनीति का हिस्सा है।
क्या होगा प्रभावित?
ट्रंप के टैरिफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले उत्पादों में शामिल हैं:
– कृषि उत्पाद: मेक्सिको और कनाडा अमेरिका में कृषि उत्पादों के सबसे बड़े सप्लायर हैं। टैरिफ के कारण एवोकाडो स्ट्रॉबेरी और मीट जैसी चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं।
– ऑटो उद्योग: अमेरिकी ऑटोमोबाइल उद्योग कनाडा और मेक्सिको से आयात पर निर्भर है। टैरिफ के कारण फोर्ड जनरल मोटर्स और अन्य कंपनियां सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती हैं ।
– ऊर्जा क्षेत्र: कनाडा अमेरिका का सबसे बड़ा तेल सप्लायर है, जो रोजाना 40 लाख बैरल तेल भेजता है। टैरिफ के कारण अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के प्रवक्ता स्कॉट लॉरेमन ने कहा कि इससे हमारे सामान्य व्यापार को खतरा होगा।
व्यापक आर्थिक प्रभाव
ट्रंप के टैरिफ एलान से बाजारों में हलचल मच गई है। मेक्सिकन पीसो और कनाडाई डॉलर में गिरावट आई है। वहीं अमेरिकी और यूरोपीय ऑटो कंपनियों के शेयर भी गिरे हैं l ट्रंप की टैरिफ योजना के कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है। डॉयचे बैंक के विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि टैरिफ से अमेरिकी महंगाई दर में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने 2025 के लिए महंगाई दर का अनुमान 2.6 फीसदी से बढ़ाकर 3.7 फीसदी कर दिया है । इस प्रकार ट्रंप की टैरिफ योजना के कारण अमेरिकी उपभोक्ताओं को झटका लग सकता है। कीमतें बढ़ सकती हैं नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं और आर्थिक विकास में गिरावट आ सकती है।